बर्तन का सही चुनाव रख सकता है स्वस्थ, जानिए कैसे
खाना बनाने के लिए कई ऐसे बर्तन होते हैं जिनका प्रभाव स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ऐसे में यदि आप स्वस्थ और फिट रहना चाहते हैं तो खाना बनाने के लिए सही बर्तन का इस्तेमाल जरूर करें।

अच्छा कुकवेयर खाना पकाने का एक हिस्सा होता है और स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव हो सकता है। कुकवेयर हमेशा सुरक्षित, सुविधाजनक और टिकाऊ होना चाहिए। आज के समय में कुकवेयर बनाने के लिए कई तरह की सामग्रियों का उपयोग किया जाता है। खाना बनाने वाले बर्तनों के बीच अंतर को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कही ना कही स्वास्थ्य भी जुड़ा हुआ होता है। अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो आपको सही बर्तन में खाना बनाना चाहिए। उन बर्तनों में खाना बनाने की कोशिश करें जिससे आपको स्वास्थ्य लाभ मिले। आइए जानते हैं खाना पकाने के लिए किस प्रकरा के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए।
कास्ट आयरन:
कास्ट आयरन सस्ता होता है और इसमें आसानी से जंग भी नहीं लगता है। यह हीट को धीमी गति से संचालित करता है और यहां तक कि इसे स्टोव या ओवन में भी उपयोग किया जाता है। फ्राइंग पैन, सॉस पैन और कभी-कभी केतली भी इस मेटल से बने होते हैं। लोहे के बर्तन में पकाए गए भोजन में आयरन की मात्रा अधिक होती है जो एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है।
एल्यूमिनियम कुकवेयर:
एल्यूमिनियम कुकवेयर हल्का, मजबूत, अच्छी तरह से गर्मी का संचालन करता है और सस्ता भी होता है। इस मेटल से कई प्रेशर कुकर भी बने होते हैं। इस बर्तन में खाना पकाने से शरीर को पर्याप्त एल्यूमिनियम मिलता है जिससे अल्जाइमर जैसी समस्याएं भी कम होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
स्टेनलेस स्टील:
स्टेनलेस स्टील कुकवेयर मजबूत, अत्यधिक टिकाऊ, रस्ट- प्रूफ और संभालने में आसान होता है। हालांकि, यह गुड कंडक्टर ऑफ हीट नहीं होता है और इस वजह से खाना को जला सकता है। ऐसे में खाने को जलने से बचाने के लिए स्टेनलेस स्टील के नीचे तांबे की कोटिंग की जा सकती है।
नॉन-स्टिक कुकवेयर:
नॉन-स्टिक कुकवेयर फैट को बर्न करने में मदद करता है और खाने को पैन पर चिपकने से भी बचाता है। इसे साफ करना भी आसान है। फैट बर्न करने के कारण यह शरीर के अतिरिक्त वजन को भी नियंत्रित करता है।