लाइफस्टाइल और खान-पान की कमी की वजह से महिलाओं और पुरुषों में इनफर्टिलिटी की बीमारी बढ़ती जा रही हैं। आज के दौर में इनफर्टिलिटी महिलाओं में तेजी से पनपने वाली बीमारी बनती जा रही है। प्रजनन क्षमता में कमी होने के कारण कपल्स को कंसीव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक इस बीमारी से 9 फीसदी विवाहित महिलाएं प्रभावित हुई है।
महिलाओं में इनफर्टिलिटी का कारण: महिलाओं में इनफर्टिलिटी के बढ़ने के कई कारण हैं जैसे ओव्यूलेशन डिसऑर्डर, फैलोपियन ट्यूब में क्षति, एंडोमेट्रियोसिस और बच्चेदानी में परेशानी की वजह से भी कई बार महिलाएं कंसीव नहीं कर पाती है। इसके अलावा भी महिलाओं में कंसीव नहीं करने के और भी कई कारण हैं जैसे हार्मोनल में बदलाव, अनियामित पीरियड और बढ़ता मोटापा जिसकी वजह से महिलाओं को कंसीव करने में दिक्कत होती है।
आपको भी कंसीव करने में दिक्कत हो रही है तो परेशान नहीं होइए बल्कि अपने लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करें। कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं तो कुछ फूड्स को डाइट में शामिल करें जो आपको कंसीव करने में मदद करेंगे।
फॉलिक एसिड सप्लीमेंट को करें डाइट में शामिल: फोलिक एसिड जिसे विटामिन-बी के नाम से भी जानते हैं। यह जरूरी पोषक तत्व प्रेग्नेंसी में बच्चे के सही विकास में मदद करता है। महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए फोलिक एसिड बेहद जरूरी है। फॉलिक एसिड रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है, साथ ही इम्युनिटी को भी बढ़ाता है। दाल और दलहन को फॉलिक एसिड का सबसे बेहतरीन स्त्रोत माना जाता है। फॉलिक एसिड प्राप्स करने के लिए आप छोले, लोबिया, हरी गोभी, राजमा, सोया, पालक और सूजी का सेवन करें।
विटामिन बी 12: विटामिन बी 12 महिलाओं के लिए जरूरी पोषक तत्व है जो इनफर्टिलिटी को दूर करता है। यह नर्वस सिस्टम और ब्लड फॉर्मेशन के फंक्शन में सुधार करता है। इस जरूरी पोषक तत्व की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में अंडा, सोयाबीन, दही, मछली, ओट्स, दूध और पनीर को शामिल करें। शाकाहारी लोगों में इस जरूरी विटामिन की कमी ज्यादा पाई जाती है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड्स को करें डाइट में शामिल: कंसीव करना चाहती हैं तो ओमेगा-3 फैटी एसिड का प्रयोग करें। यह प्रेग्नेंसी करने में मदद करता है, साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान मां के शरीर में ज्यादा रेड सेल्स प्रोडक्शन में भी सहयोग देता है। यह जरुरी पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। मछली, नट्स, प्लांट ऑयल ओमेगा 3 के बेस्ट स्रोत हैं। मछली के तेल के अलावा भी यह पोषक तत्व जैतून के तेल, कनोला तेल, अलसी का तेल और सोयाबीन के तेल में भी मौजूद होता है।