खासकर महिलाएं इस मामले में अधिक लापरवाही करती देखी जाती हैं, जिसकी वजह से उनमें लौह तत्त्व की कमी हो जाती है। इसके चलते उनमें खून की कमी बनी रहती है, जो अनेक समस्याओं का कारण बनती है। शरीर में लौह तत्त्व यानी आयरन एक जरूरी पोषक तत्व है, जो पूरे शरीर में आक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है। इससे आपके शरीर में खून की कमी नहीं होती है। आयरन की कमी होने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा देखी जाती है। मगर, पुरुषों में भी यह समस्या होती है। ज्यादातर पुरुष आयरन की कमी को अक्सर नजरअंदाज करते हैं। अक्सर वे मान कर चलते हैं कि यह समस्या महिलाओं में ही अधिक होती है, इसलिए उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं। मगर यह लापरवाही गंभीर समस्या पैदा कर सकती है।
आयरन की कमी ज्यादातर मामलों में गलत खानपान या आयरन युक्त आहार की कमी होने के कारण होती है। पुरुषों में आयरन की कमी होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को पहचान कर आप आयरन की कमी से होने वाली समस्याओं से बच सकते हैं। शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए आपको आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए।
लक्षण
पुरुषों में आयरन की कमी के प्रमुख लक्षण हैं-
बहुत ज्यादा कमजोरी और थकान महसूस होना, चिड़चिड़ापन, जीभ का पीला पड़ जाना, खराब-भंगुर नाखून, सांस फूलना, खुजली महसूस होना, बालों का झड़ना, मुंह के कोनों पर घाव होना, आराम करते समय पैरों का हिलाना, मुंह में छाले होना।
कारण
शरीर में लौह तत्त्व की कमी के प्रमुख कारण हैं-
पर्याप्त मात्रा में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करना, शारीरिक विकास या मांसपेशियों के निर्माण के कारण शरीर ज्यादा आयरन इस्तेमाल करता है, जिससे इसकी कमी हो सकती है, शरीर में विटामिन बी12 की कमी होना, पेट या आंतों में ब्लीडिंग, इबुप्रोफेन या एस्पिरिन जैसी दवाओं का सेवन, आंतों में सूजन या बवासीर के कारण।
महिला हों या पुरुष, आयरन की कमी के इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आयरन की कमी से बचाव के लिए पालक, चुकंदर, किशमिश, अंडा, बीन्स और डालें अपने आहार में शामिल करें।
आहार
जिन लोगों के शरीर में लौह तत्त्व की कमी हो उन्हें अपने भोजन में नियमित रूप से कुछ चीजें शामिल करनी चाहिए।
पालक
पालक में आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, पालक में प्रोटीन, कैल्शियम, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस और मिनरल जैसे पोषक तत्त्व भी मौजूद होते हैं। पालक का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है। आप पालक की सब्जी, सूप या स्मूदी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
यों तो अंडा शाकाहार में गिना जाता है, मगर कई लोग जो मांसाहार नहीं करते, वे अंडे से परहेज करते हैं।
हालांकि अंडे का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अंडे की जर्दी आयरन का अच्छा स्रोत मानी जाती है। अंडे की जर्दी का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है। आप अंडे को उबालकर या आमलेट बनाकर खा सकते हैं। इससे आपकी मांसपेशियां और हड्डियां भी मजबूत बनेंगी।
चुकंदर
चुकंदर का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी दूर हो सकती है। चुकंदर में आयरन के अलावा फोलेट, पोटेशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्त्व पाए जाते हैं। चुकंदर खाने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है, इसलिए एनीमिया में चुकंदर खाने की सलाह दी जाती है। आप चुकंदर का सलाद, स्मूदी या जूस बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं। आजकल चुकंदर का मौसम है। रोज कम से कम एक चुकंदर अपने आहार में शामिल करें, तो आयरन की कमी की समस्या से पार पाया जा सकता है।
किशमिश
शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए किशमिश का सेवन करें। किशमिश में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। रोजाना एक चम्मच किशमिश का सेवन करने से रक्ताल्पता के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
बीन्स और दालें
बीन्स और दालों में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए मटर, बीन्स और दालों को अपने आहार में जरूर शामिल करें। बीन्स और दालों में फाइबर और अन्य जरूरी पोषक तत्त्व भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इससे पाचन से जुड़ी समस्याओं में भी काफी लाभ होता है। (यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। उपचार या स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए विशेषज्ञ की मदद लें।)