Happy Republic Day (Gantantra Diwas) 2022 Wishes Images, Photos, Status, Quotes: आप सभी को 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। 26 जनवरी यानी भारत का गणतंत्र दिवस… इस दिन देश का संविधान लागू हुआ था जब भारत लोकतांत्रिक देश बना। बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसलिए चलिए इस दिन को थोड़ा ख़ास बनाया जाये, देश के प्रति अपने प्यार को व्यक्त किया जाये।
बता दें कि करीब 2 साल 11 महीने व 18 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद संविधान के वास्तुकार डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर दकर ने 26 नवबंर 1949 को संविधान सभा में इसे प्रस्तुत किया जिसे स्वीकार लिया गया। 1950 में 26 जनवरी को संविधान सभा के अध्यक्ष और देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान पारित किया।
आज हम लेकर आये हैं आपके लिए ढेर सारी पोस्ट, शायरी, कोट्स और शुभकामना सन्देश जिनकी सहायता से आप अपने दोस्तों, परिवार वालों, रिश्तेदारों एवं समस्त देशवासियों को 26 जनवरी की ढेरों बधाइयां दे सकते हैं और उन्हें गणतंत्र दिवस का महत्त्व बता सकते हैं। आशा है कि आपको ये पोस्ट पसंद आएगी। गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें ! जय हिन्द, जय भारत!
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
भारत माता तेरी गाथा,
सबसे ऊंची तेरी शान,
तेरे आगे शीश झुकाएं,
दें तुझको सब सम्मान
भारत माता की जय
हैप्पी रिपब्लिक डे 2021

ना पूछो ज़माने से
कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है
कि हम सब हिंदुस्तानी हैं।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल कर देख लेना,
कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की,
कभी सरहद पर चल कर देख लेना।
जय हिंद, जय भारत

आओ झुककर सलाम करें उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है।
खुशनसीब होता है वो खून,
जो देश के काम आता है।
गणतंत्र दिवस की बधाई

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी, चिरागों को जलाये रखना।
लहू देकर जिसकी हिफाजद की हमने,
उस तिरंगे को आँखों में बसाये रखना।
आपको और आपके परिवार को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
Happy Republic Day 2022
हर एक दिल में हिंदुस्तान है,
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान है।
भारत मां के बेटे हैं हम,
इस मिट्टी पर हम सब को अभिमान है।
सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। भारतीय गणतंत्र के गौरव, एकता व अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी जवानों को नमन। आइए आज हम सभी स्वाधीनता के लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने का संकल्प लें: गृह मंत्री अमित शाह
फना होने की इजाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है, पूछकर की नहीं जाती,
इस दिन के लिए वीरों ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस आया
Happy Republic Day 2022
बचपन भी एक दौर था
गणतंत्र दिवस में एक शोर था
आज ना जाने क्या हो गया देश को
इंसानों में मजहबी बैर हो गया।
यही अरमान है बस मेरा
आउंगा में वापस जरूर
जिंदा रहूं या फिर मुर्दा आऊं
लेकिन तिरंगा में लिपटकर आऊं॥
प्रजासत्ताकदिनस्य शुभाशया:
भावार्थः
सेवा, दान और बलिदान हमारी संस्कृति में निहित हैं
और ये मूल्य हमारे पूर्वजों ने हमें सिखाया है।
हम में इन मूल्यों का समावेश होगा और हम एक महान राष्ट्र बनाएंगे।
26 जनवरी 1950 के दिन भारतीय संविधान को अपनाया गया था, इसलिए हर वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। संविधान के तहत भारत को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश घोषित किया गया है। 26 जनवरी 1950 के दिन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
इन जंजीरों की चर्चा में कितनों ने निज हाथ बंधाए,
कितनों ने इनको छूने के कारण कारागार बसाए,
इन्हें पकड़ने में कितनों ने लाठी खाई, कोड़े ओड़े,
और इन्हें झटके देने में कितनों ने निज प्राण गंवाए!
किंतु शहीदों की आहों से शापित लोहा, कच्चा धागा।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
जय बोलो उस धीर व्रती की जिसने सोता देश जगाया,
जिसने मिट्टी के पुतलों को वीरों का बाना पहनाया,
जिसने आजादी लेने की एक निराली राह निकाली,
और स्वयं उसपर चलने में जिसने अपना शीश चढ़ाया,
घृणा मिटाने को दुनियाँ से लिखा लहू से जिसने अपने,
'जो कि तुम्हारे हित विष घोले, तुम उसके हित अमृत घोलो।'
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
कठिन नहीं होता है बाहर की बाधा को दूर भगाना,
कठिन नहीं होता है बाहर के बंधन को काट हटाना,
गैरों से कहना क्या मुश्किल अपने घर की राह सिधारें,
किंतु नहीं पहचाना जाता अपनों में बैठा बेगाना,
बाहर जब बेड़ी पड़ती है भीतर भी गांठें लग जातीं,
बाहर के सब बंधन टूटे, भीतर के अब बंधन खोलो।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
कटीं बेड़ियां औ' हथकड़ियां, हर्ष मनाओ, मंगल गाओ,
किंतु यहां पर लक्ष्य नहीं है, आगे पथ पर पांव बढ़ाओ,
आजादी वह मूर्ति नहीं है जो बैठी रहती मंदिर में,
उसकी पूजा करनी है तो नक्षत्रों से होड़ लगाओ।
हल्का फूल नहीं आजादी, वह है भारी जिम्मेदारी,
उसे उठाने को कंधों के, भुजदंडों के, बल को तोलो।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
हरिवंश राय बच्चन
सभी भारतवासियों को
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,
मेरी दुआ है न लगे मेरे देश को किसी की नजर
महकता रहे यूं ही फूलों की तरह हर पल
जय हिन्द!
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी शुभकामनाएं…
जहां प्रत्येक कली अपने असली रंगों में खिलती है
जहां प्रत्येक दिन एकता , संस्कार सदभाव और संस्कृति का उत्सव होता है।
ऐसे देश के आप सभी नागरिको को हम सबके
73 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है
कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है
यह देश है उन दीवानों का यहां
हर बंदा अपने हिंदुस्तान पे मरता है!!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं