कोरोनावायरस लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के बाद ओमिक्रॉन लोगों को डरा रहा है। हालांकि माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है, लेकिन सर्दी जुकाम की तरह जल्दी ठीक भी हो जाता है। कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में फैल चुका है।
तेजी से फैलते इस वायरस के लक्षण, रिकवरी स्पीड, गंभीरता और फैलने की दर अलग-अलग है। नए वेरिएंट को समझने, उसके लक्षण और उसका उपचार करने के लिए विशेषज्ञों को और भी ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है। कोरोना के पिछले वेरिएंट की चपेट में आए लोगों के लक्षणों की बात करें तो मरीज़ को बुखार, खांसी और स्वाद और गंध में कमी देखी जा रही थी। लेकिन ओमिक्रॉन के लक्षण कोरोना के पुराने लक्षणों से काफी अलग है। आइए जानते हैं कि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कौन-कौन से लक्षण हैं जिन्हें तुरंत पहचानना चाहिए और उनका तुरंत उपचार किया जाए।
कोरना के कॉमन लक्षण
- ओमिक्रॉन वायरस को समझने के लिए पिछले दो महीनों में किए गए कई अध्ययनों से पता चलता है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट की तुलना में कम खतरनाक है, लेकिन इस वायरस के फैलने की दर ज्यादा है। जहां तक ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के लक्षणों की बात है तो दोनों में बहती नाक, सिरदर्द, थकान, गले में खराश जैसे सामान्य लक्षण मौजूद होते हैं। ओमिक्रॉन में ठंड और बुखार कभी-कभी आता है।
- COVID-19 के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित होने पर मरीज को छींकें आती है और स्वाद और गंध भी जाती है। लेकिन ओमिक्रॉन में छींक आना आम है लेकिन गंध और स्वाद नहीं जाता। डेल्टा में लगातार ठंड लगती है लेकिन ओमिक्रॉन में मरीज के साथ ऐसा नहीं होता।
- कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि ओमिक्रॉन के मरीज़ों में जो लक्षण सामने आ रहे हैं उनमें नाक बहना पहला संकेत है, इसके बाद सिरदर्द, थकान और छींक आना है। ओमिक्रॉन वेरिएंट की चपेट में आए लगभग 73 प्रतिशत लोगों की नाक बह रही थी। 68 फीसदी को सिरदर्द, 64 फीसदी को थकान और 60 फीसदी को छींक आने की समस्या देखी जा रही है।
आइए जानते हैं कि ओमिक्रॉन के कौन-कौन से लक्षण सामने आ रहे हैं।
स्किन पर घमौरियां: पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन से संक्रामित लोगों में स्किन पर घमौरियों के निशान देखे गए हैं। कुछ मरीजों में स्किन से जुड़े और भी कई लक्षण जैसे पित्ती, हाथ पैर की सूजन भी शामिल हैं।
भूख कम लगना: ओमिक्रॉन की चपेट में आए मरीज़ों को भूख कम लग रही है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज खाना पीना छोड़ रहे हैं।
पसीना और थकान ज्यादा होना: ओमिक्रोन के मरीजों को पसीना ज्यादा आ रहा है। ऐसे मरीज गले की खराश के साथ-साथ पसीना आने की भी शिकायत कर रहे हैं। इन मरीज़ों को थकान ज्यादा हो रही है।