डायबिटीज के मरीज अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखते हैं। शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करते है। अक्सर डायबिटीज के मरीज दिन की शुरूआत चाय से करते हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि रोजाना सुबह खाली पेट चाय का सेवन क्या डायबिटीज का जोखिम बढ़ा सकता है। दस लाख लोगों पर किए गए एक अध्ययन में ये बात सामने आई है कि दिन में तीन से चार कप चाय का सेवन डायबिटीज के जोखिम को 17 फीसदी तक कम करता है। जबकि एक से तीन कप चाय पीने से डायबिटीज का खतरा चार प्रतिशत तक कम होता है। आइए जानते हैं कि रोजाना चाय का सेवन कैसे डायबिटीज का जोखिम कम करता है।
चाय पीने से डायबिटीज का खतरा कम होता है?
भारत में चाय पीने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। ज्यादातर लोग सुबह उठकर खाली पेट चाय का सेवन करते हैं। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में एंडोक्रिनोलॉजी के प्रोफेसर डॉ एसवी मधु ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि चाय और कॉफी के सेवन पर कई वर्षों के अध्ययन के बावजूद निर्णायक सबूत सामने नहीं आए हैं। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जिनमें चाय और कॉफी का सेवन करने वाले लोगों में डायबिटीज का जोखिम कम दिखाया गया है।
डॉक्सर मधु ने बताया कि इस बात का कोई निर्णायक सबूत नहीं है कि चाय और कॉफी का सेवन करने से मधुमेह का खतरा कम होता है। एक्सपर्ट ने बताया कि जो इंसान हेल्दी है या प्री डायबिटिक है और वो चाय और कॉफी का सेवन कर रहा है, तो हम कहेंगे कि वे चाय काफी का सेवन जारी रख सकता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि कॉफी या चाय पीने वाले नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो डायबिटीज के जोखिम को भी कम कर सकते हैं।
किस तरह की चाय का सेवन है फायदेमंद:
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि चाय का सेवन सेहत को फायदा पहुंचा सकता है लेकिन सवाल ये उठता है कि किस तरह की चाय का सेवन डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है।
भारत में चाय का मतलब दूध और चीनी के मिश्रण से है। दिन में चार बार शक्कर वाली चाय पीने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए या डायबिटीज के जोखिम से बचने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करें। खान-पान में सुधार करें। बॉडी को एक्टिव रखें। खाने में प्रोसेस फूड्स से परहेज करें। खाने में नमक का सेवन कम करें। तनाव को कम करें तो डायबिटीज के जोखिम से बचा जा सकता है।