Aak Leaf For Blood Sugar: डायबिटीज (Diabetes) एक क्रोनिक बीमारी है, जो व्यक्ति के पूरे शरीर को प्रभावित करता है। जब व्यक्ति के शरीर में मौजूद अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है या फिर शरीर में मौजूद इंसुलिन को ठीक ढंग से प्रयोग नहीं कर पा रहे है, तो ब्लड शुगर बढ़ने की समस्या हो जाती है। मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसे दवाओं, औषधियों या अन्य नुस्खों के द्वारा बस कंट्रोल किया जा सकता है। आमतौर पर डायबिटीज दो तरह की होती है पहली टाइप 1 और दूसरी टाइप 2।
डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसे समय रहते नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, क्योंकि शरीर में बढ़ा हुआ शुगर स्किन, दिल, आंखों, किडनी, लीवर आदि पर बुरा असर डालता है। हाई ब्लड शुगर के कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक तक आ सकता है।
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए कई तरह की जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आप चाहे तो आक को इस्तेमाल करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। आक के पौधे को मदार, अकवन. अकोड़ा या फिर अकोवा जैसे नामों से जानते हैं।

ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए ऐसे करें आक के पत्तों का इस्तेमाल
आक के पत्ते को तलवे में लगाने से काफी हद तक ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है। रात को सोने से पहले आक के पत्तों को लेकर साफ कर लें। इसके बाद पैरों के नीचे यानी तलवे पर रख दें। चिकना वाला साइड अंदर की ओर रखें। इसके बाद मोजा पहन लें। रातभर लगा रहने के बाद सुबह इसे हटा लें। पहले दिन से ही फर्क नजर आने लगेगा। इस नुस्खे को आप रोजाना भी कर सकते हैं।
डायबिटीज कैसे कंट्रोल करेगा आक का पत्ता
आक के पेड़ में भरपूर मात्रा में एंटीडिसेंट्रिक, एन्टी-सिफिलिटिक, एंटी-रूमेटिक, एंटीफंगल जैसे गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ-साथ अस्थमा, बवासीर, एड़ी में दर्द, दांत के दर्द सहित रोगों को ठीक करने में मदद कर सकता है।
ध्यान रखें ये बात- आक के पौधे को जहरीला पौधा माना जाता है। अगर आप आक के पत्ते को तोड़ रहे हैं, तो थोड़ा सावधानी बरतें क्योंकि इससे निकलने वाला दूध आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए आ के पत्तों को तोड़ते समय आंख, मुंह को बचाकर रखें। इस्तेमाल करने के बाद तुरंत हाथ धोएं।