हमारा शरीर कई तरह के एसिड बनाता है जिसमें से यूरिक एसिड भी एक है। ज्यादातर यूरिक एसिड खून के रास्ते किडनी तक पहुंचते हैं और यूरिन के रास्ते बॉडी से बाहर भी निकल जाते हैं। जब यूरिक एसिड बॉडी से बाहर नहीं निकल पाता तो बॉडी में उसकी मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर ये खून में मिलने लगता है और जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। यूरिक एसिड के जोड़ों में जमा होने से हड्डियों की कई बीमारियां पैदा हो जाती हैं जिसे गाउट कहते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने से गठिया और जोड़ों के दर्द तक की दिक्कत होने लगती है। यूरिक एसिड बढ़ने का समय पर पता लग जाए तो उसका तुरंत उपचार करना शुरू कर दें। स्वामी ध्यान नीरव के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए घरेलू नुस्खें बेहद असरदार होते हैं। यूरिक एसिड को घटाने के लिए और उसे नॉर्मल करने के लिए सुबह-शाम दो तरीकों को अपनाएं यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।
यूरिक एसिड बढ़ने से हाथ-पैरों और जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। इसके बढ़ने से हाथ-पैर अकड़ जाते हैं। इसे कंट्रोल करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खें बेहद मायने रखते हैं। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए सुबह और शाम कौन से नुस्खों को अपनाएं।
सुबह करें इस खास जूस का सेवन: 50 ग्राम अजवाइन और 50 ग्राम काली मिर्च लें। दोनों मसालों को पीस कर कांच की बोतल में टाइट बंद करके रख दें। अब एक गिलास लौकी का जूस बनाएं। लौकी का जूस बनाने से पहले लौकी का टेस्ट चेक कर लें। अगर लौकी का स्वाद कड़वा है तो उसका इस्तेमाल नहीं करें। जिस लौकी में इंजेक्शन लगा होता है वो कड़वी होती है।
एक गिलास लौकी का जूस लें और उसमें तैयार चूर्ण को मिलाएं। तैयार जूस को सुबह खाली पेट पिएं इसे पीने के बाद एक घंटे तक कुछ भी नहीं खाएं। इस जूस को रोजाना खाली पेट पीने से यूरिक एसिड 15 दिनों में ही कंट्रोल हो जाएगा।
शाम को करें इस जूस से यूरिक एसिड कंट्रोल: शाम को एक चौथाई चम्मच गिलोय सत्व का सेवन पानी के साथ करें। गिलोय सत्व आयुर्वेदिक दवाईयों की दुकानों में आसानी से मिल जाएगा। सुबह शाम इन दो नुस्खों को अपनाकर 15 दिनों के अंदर यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे बेहद असरदार साबित होते हैं। आप भी बिना दवाईयों के यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं तो 15 दिनों तक सुबह-शाम इन दो जूस का सेवन करें।