VIDEO: ‘फ्लिंटॉफ ने दी थी गला काटने की धमकी, मैंने बोला- पता है न बल्ला कहां पड़ेगा’, युवराज ने 13 साल बाद 6 छक्के की कहानी बताई
युवराज सिंह को 2007 में इंग्लैंड के ऑलराउंडर दमित्रि मैस्केरेनहास ने पांच छक्के मारे थे। युवी ने छह छक्के लगाने के बाद उनकी ओर देखा था।

कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन है। भारत में 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। ऐसे में खेलों की सभी प्रतियोगिताएं रद्द या स्थगित हो चुकी हैं। खिलाड़ी सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़ रहे हैं। इसी बीच युवराज सिंह ने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में छह छक्के कैसे लगाए थे। उस मैच में एंड्रयू फ्लिंटॉफ से हुई बहस के बारे में भी उन्होंने खुलासा किया।
युवराज ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मेरे दिमाग में कभी 6 छक्के का ध्यान था नहीं। मेरी जो बहस एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ हुई, उससे मुझे गुस्सा आ गया। मैंने उसके ओवर में अच्छी गेंदों पर लगातार दो चौके मार दिए, तो उनको अच्छा नहीं लगा। ओवर खत्म होने के बाद मैं दूसरे एंड पर धोनी के साथ बात करने जा रहा था। तभी उसने मुझे कहा कि ये बेकार शॉट था। फिर हमदोनों में बहस हुई। एक-दूसरे को उल्टा-सीधा कहा। इसके बाद फ्लिंटॉफ ने मुझसे कहा कि बाहर आ गला काट दूंगा। फिर मैंने कहा कि ये बैट देख रहा है न, बाहर की बात तो बाद में, पता है न बैट कहां जाएगा। फिर बीच में अंपायर आ गए। मैंने उनसे कहा कि फ्लिंटॉफ ने बहस की शुरुआत की। ’’
उसके बाद मैं काफी उत्तेजित हो गया था और गेंद को ग्राउंड के बाहर मारने की सोचने लगा। भाग्य से मैंने स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद को बाहर मार दिया। आज भी मैं जब वो पहला शॉट देखता हूं तो मुझे विश्वास नहीं होता है कि वो इतना लंबा छक्का कैसे चला गया। मुझे ऐसा लगता है कभी-कभी कि मैंने कैसे ये मार दिया। उसके बाद दूसरा और तीसरा छक्का लगा। चौथा छक्का पॉइंट पर गया। मैंने आजतक कभी पॉइंट पर चौका भी नहीं मारा होगा और वो छक्का चला गया।’’
युवी ने आगे कहा, ‘‘कॉलिंगवुड कैप्टन थे। उन्होंने ब्रॉड को बोला कि ऑफ स्टंप के बाहर डाला। वो मुझे पांचवां गेंद राउंड द स्टंप से करने आ रहे थे लेकिन आखिरी समय में ओवर द स्टंप आ गए। जब उन्होंने यह फैसला किया तो मुझे लगा वो गलती कर रहे हैं क्योंकि लेग साइड छोटा था। गेंद बल्ले के नीचले हिस्से पर लगी और बाउंड्री के बाहर चली गई। छठी गेंद पर मेरा फोकस ऐसा था कि ये मौका मुझे छोड़ना चाहिए। उसके बाद मुझे विश्वास नहीं हुआ कि मैंने छह छक्के लगाए।’’ युवराज को उसी साल इंग्लैंड के दमित्रि मैस्केरेनहास ने पांच छक्के मारे थे। युवी ने छह छक्के लगाने के बाद उनकी ओर देखा था।