अनुभवी विकेकीपर ऋद्धिमान साहा रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल होने के बाद बंगाल क्रिकेट को छोड़ने को सोच रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार 37 वर्षीय ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के व्यवहार से नाराज हैं और उन्होंने अपने घरेलू टीम को छोड़ने के लिए बोर्ड से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मांगा है। साहा के करीबी सूत्रों के अनुसार 37 वर्षीय क्रिकेटर ने ‘व्यक्तिगत कारणों’ का हवाला देते हुए रणजी के लीग चरण से नाम वापस ले लिया था। अब नॉक आउट चरण से पहले टीम में उनका नाम देने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया गया।
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि इस घटनाक्रम से नाराज साहा ने बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) के अध्यक्ष अविषेक डालमिया से बात की और बंगाल छोड़ने के लिए एनओसी मांगा। पीटीआई के अनुसार सूत्रों ने कहा, “उन्हें अब बंगाल के लिए खेलने में कोई दिलचस्पी नहीं है और उन्होंने एनओसी मांगी है। वह सीएबी के एक पदाधिकारी (संयुक्त सचिव देवव्रत दास) से बहुत नाराज हैं, जिन्होंने स्पष्ट रूप से उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया है। वह सार्वजनिक तौर पर माफी चाहते हैं।
अब स्पोर्टस्टार से बात करते हुए साहा की पत्नी रोमी मित्रा ने कहा कि साहा एक कैब अधिकारी (देवब्रत दास) की टिप्पणियों से आहत थे, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज के दौरान मीडिया में सार्वजनिक रूप से उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया था। संयोग से यह वह समय था जब साहा ने एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ व्हाट्सएप चैट को सार्वजनिक किया था। उन्होंने यह भी खुलासा किया था कि टीम इंडिया के हेड कोच ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के लिए कहा था।
रोमी ने कहा, “कुछ महीने पहले जब ऋद्धि ने व्यक्तिगत कारणों से रणजी ट्रॉफी लीग चरण को छोड़ने का फैसला किया, तो कैब के एक अधिकारी ने मीडिया को उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाते हुए एक बयान दिया। बंगाल क्रिकेट को इतना कुछ देने वाले सीनियर खिलाड़ी होने के नाते इस तरह के बयानों से रिद्धि आहत हुए।”
रोमी ने आगे कहा, “कल रात टीम की घोषणा के बाद उन्होंने आज डालमिया से बात की और पूरे मामले पर चर्चा की। सीएबी अध्यक्ष ने उन्हें पुनर्विचार करने और नॉकआउट खेलने के लिए कहा, लेकिन ऋद्धि ने उनसे कहा कि वह फिर से बंगाल के लिए खेलने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि उनकी प्रतिबद्धता को लेकर सवाल उठाए गए थे।” सीएबी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी और देर शाम अध्यक्ष डालमिया ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, ” किसी खिलाड़ी और संगठन के बीच होने वाली कोई भी चर्चा उस खिलाड़ी और संगठन के बीच रहनी चाहिए। मैं इस समय कोई भी टिप्पणी करने से बचना चाहूंगा।”