भारतीय कुश्ती फिर सुर्खियों में है। मामला भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन शोषण के आरोप की जांच से जुड़ा है। हाल ही में मीडिया रिपोर्ट्स आईं कि जांच के लिए एमसी मैरीकॉम की अगुआई में गठित समिति ने रिपोर्ट सौंप दी है। बृजभूषण के खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिले हैं। महिला पहलवान सामने नहीं आई हैं। कुश्ती महासंघ के खिलाफ आवाज उठाने में पहलवानों का नेतृत्व करने वाले बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट मंगलवार को इस पर भड़क गए। उन्होंने इसे झूठा बताया और उनका कहना है कि अभी रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है।
जनवरी 2023 में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत भारत के शीर्ष पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने जंतर-मंतर पर धरना दे दिया। खेल मंत्रालय को मामले में दखल देना पड़ा। इसके बाद जांच के लिए निगरानी समिति बनाने का फैसला हुआ। जांच तक बृजभूषण को संघ से दूर कर दिया गया। इसके बाद पहलवानों का तीन दिन का धरना खत्म हुआ।
बजरंग पूनिया बोले – सत्यमेव जयते
बजरंग पूनिया ने ट्वीट करके कहा, ” कुछ मीडिया हाउस खबर के नाम पर कुछ भी अनाप सनाप झूठी खबर लिख रहें हैं। यह बहुत ही दुखदायी और पीड़ादायी है उन लड़कियों के लिए जो ब्रिजभूसण जैसे लोगों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाती हैं। किसने कहा कोई सबूत नहीं मिला?किसने कहा कोई सामने नहीं आ रहा? किसने कहा रिपोर्ट सबमिट हो गई है? ” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “निरंतर जारी हैं दूध से दूध पानी से पानी होने की जंग। जीत के फैसले के मोड़ पर मिलेंगे, घबराहट से कदम कदम पर बदल रहे है जो रंग। सत्यमेव जयते।”
विनेश फोगाट ने क्या कहा?
विनेश फोगाट ने बजरंग पूनिया के ट्वीट को रीट्वीट किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ” सच के अंगारों के आगे “झूठ की फूंकार” ना टिक पाएगी। सच सदैव जीता है। ये सूत्र नही, वक्त की जंग बताएगी। सत्यमेव जयते।” इसके साथ ही दोनों पहलवानों ने इस खबर को लेकर कुछ न्यूजपेपर्स की क्लिप भी शेयर की हैं।