‘मेरी बैटिंग सुधारने चले थे ग्रेग चैपल, हो गई थी भिड़ंत, राहुल द्रविड़ ने किया था बीच-बचाव,’ वीरेंद्र सहवाग ने इंटरव्यू में सुनाया था किस्सा
वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘इंटरनेशनल क्रिकेट में आपको एक कोच की जरूरत नहीं होती है। आपको एक फ्रेंड की जरूरत होती है, जो आपको सिर्फ मैनेज करे अच्छी तरह से, पर चैपल साहब बिल्कुल उलटे निकले। वह तो सहवाग का फुटवर्क अच्छा कराने चले थे।’

राहुल द्रविड़ को वीरेंद्र सहवाग के साथ बल्लेबाजी करते हुए बहुत मुश्किल होती थी, क्योंकि मैच में तनावपूर्ण स्थिति होने के दौरान जब मैदान के अंदर जाओ तो वीरू सीटियां बजा रहे होते थे। यूट्यूबर विक्रम साठिया ने अपने शो What The Duck (वॉट द डक) में वीरेंद्र सहवाग से इस बात की सच्चाई के बारे में पूछा था। तब वीरू ने कहा था कि हां सही बात है। शो के दौरान ही वीरू ने ग्रेग चैपल के साथ गर्मा-गर्मी होने वाला किस्सा भी सुनाया था। सहवाग ने बताया था कि बात इतनी बढ़ गई थी कि राहुल द्रविड़ को बीच-बचाव करना पड़ा था।
हालांकि, सहवाग ने यह भी स्वीकार किया कि ग्रेग चैपल की क्रिकेटिंग नॉलेज का कोई जोड़ नहीं है। सहवाग ने कहा, ‘ग्रेग चैपल की क्रिकेटिंग नॉलेज की अगर हम बात करें तो सुपर्ब। लेकिन क्या है कि जो मैन मैनेजमेंट की बात करें तो वह बिल्कुल जीरो।’ इस पर विक्रम साठिया ने टोका, ‘… और सहवाग मैनेजमेंट टोटल जीरो।’ वीरू ने कहा, ‘सहवाग मैनेजमेंट टोटल फ्लॉप। क्योंकि कोच को यह पता होना चाहिए कि उसके कौन से प्लेयर हैं, जो उसके लिए बेस्ट परफॉर्मेंस निकाल रहे हैं, दे रहे हैं मुकाबलों में और उनको उसको कैसे हैंडल करना है। उनको उसको टाइम देना है। उनका स्पेस देना है।’
सहवाग ने कहा, ‘इंटरनेशनल क्रिकेट में आपको एक कोच की जरूरत नहीं होती है। आपको एक फ्रेंड की जरूरत होती है, जो आपको सिर्फ मैनेज करे अच्छी तरह से, पर चैपल साहब बिल्कुल उलटे निकले। वह तो सहवाग का फुटवर्क अच्छा कराने चले थे।’ सहवाग ने बताया, ‘एक बार हम लोग वेस्टइंडीज में थे, सेंट लूसिया में। उन्होंने प्रैक्टिस सेशन में मुझे बोला कि आप पूरा पैर स्ट्रेच करके प्रैक्टिस कीजिए, खेलिए। यह आपके लिए बहुत यूजफुल रहेगा। इस पर मैंने उनसे बोला कि मैंने 2-4 शॉट मारे, लेकिन कम्फर्टेबल नहीं हूं, क्योंकि मैंने कभी लाइफ में इतना स्ट्रेच नहीं किया और न मैं मैचेस में करता हूं। तो शायद यह प्रैक्टिस मेरे लिए वर्थ (लाभकारी) नहीं है।’
सहवाग ने कहा, ‘तो वह उलटा हो गए। गुस्सा हो गए। नहीं नहीं यू हैव टू डू। मैं आपसे कह रहा हूं कि आप ऐसा ही करो। इसी बात को लेकर हमारी गर्मा-गर्मी हो गई। तब बीच में राहुल द्रविड़ को आना पड़ा। राहुल द्रविड़ ने कहा कि नहीं नहीं अगर कोच बोल रहा है तो आपको कर लेनी चाहिए। सिर्फ औपचारिकता पूरी कर दो। इसके बाद चैपल ने कहा, यदि तुम अपनी स्टाइल में बैटिंग करोगे तो रन नहीं बना पाओगे। मैंने कहा, ठीक है, यदि मैं स्कोर नहीं बनाऊं तो आप मुझे ड्रॉप कर देना। अगले दिन मैंने लंच से पहले 99 रन बना लिए थे। तब मैं ड्रेसिंग रूम में आया। तब उनकी बोलती बंद थी।’