भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह क्रिकेट के अलावा भी सामाजिक मुद्दों पर भी अक्सर अपनी राय रखते रहते हैं। हालांकि, इस कारण कभी-कभी वह ट्रोल्स के निशाने पर भी आते हैं। ऐसा ही हाल ही में एक बार फिर हुआ। उन्होंने उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड को लेकर एक ट्वीट किया था। हालांकि, सोशल मीडिया पर बेरहमी से ट्रोल होने के बावजूद इस पेसर ने फिर इस मुद्दे को लेकर ट्वीट किया। इस बार भी उन्हें पिछले बार जैसी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा।
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार 28 जून 2022 को दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई थी। यह दर्दनाक घटना तब हुई जब दो लोग ग्राहक बनकर कन्हैया लाल की दुकान में घुसे। जैसे ही कन्हैया लाल ने नाप लिया, दो हत्यारों में से एक ने उन पर हमला कर दिया, जबकि दूसरे ने पूरी घटना को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया। हत्यारों ने वारदात का वीडियो बनाया और उसे जारी कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया है।
इसके बाद बहुत से लोगों ने इस जघन्य हत्याकांड की निंदा की। इरफान पठान ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस (धर्म) पर विश्वास करते हैं। किसी निर्दोष के जीवन को नुकसान पहुंचाने का मतलब इंसानियत को चोट पहुंचाने जैसा है।’ इसके बाद उन्हें ट्रोल्स ने निशाना बनाया। लोगों ने उनसे कहा कि उस धर्म का नाम भी बताइए, जिसके लोगों ने अपराध किया।
हालांकि, दिग्गज क्रिकेटर सोशल मीडिया पर अपने ऊपर हो रहे हमलों से बेफिक्र नजर आए। इरफान पठान ने फिर इस मामले पर अपनी राय रखी। इरफान पठान ने गुरुवार 30 जून 2022 को कहा कि भारत जैसे देश में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘हमारे देश में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए!’ इरफान पठान का यह ट्वीट भी थोड़ी देर में वायरल हो गया और वे लोगों के निशाने पर आ गए।
किसी ने उनसे पूछा कि भाई ये तो बोलो कि हिंसा फैलाने वाले कौन हैं? किसी ने कहा कि यदि यह लिखते कि देश में इस्लामिक कट्टरता और जिहादी मानसिकता की कोई जगह नहीं है तो ज्यादा अच्छा होता।
@Vikas_Pandey07 ने लिखा, ‘इस ट्वीट के स्थान पर अगर आप ये लिखते ‘इस देश में इस्लामिक कट्टरता और जिहादी मानसिकता की कोई जगह नहीं है’ ज्यादा अच्छा होता। क्या इस्लाम में साफ शब्दों मे कातिल को कातिल बोलना अपराध है या आप बोलना नहीं चाहते? आतंकियों के लिए फांसी की मांग क्यों नहीं करते?’
@Indian078281 ने लिखा, ‘इतनी गर्दन कटने के बाद, आपके लिए हिंसा के अलावा कुछ भी आवश्यक नहीं है, न देश, न संविधान, न कानून, आपके लिए मजहबी विचारधारा ही सर्वोपरि है।’ @PS40144590 ने लिखा, ‘आपके वाक्य में हिंसा की जगह आतंक लिखा जाना चाहिए, बाकी सब कुछ सही है।’
@Trad_Manav ने लिखा, ‘नाम लीजिए और धर्म बताएं।’ @Sassy_Soul_ ने लिखा, ‘भाई ये तो बताओ कि हिंसा फैला कौन रहा है?’ इरफान के ट्वीट पर और भी बहुत से लोगों ने कमेंट्स किए हैं। कुछ कमेंट्स ऐसे हैं, जिन्हें यहां लिखा भी नहीं जा सकता।