पीवी सिंधू की इस उपलब्धि पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर तक सभी ने बधाई दी। लेकिन सीनियर बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने ऐसा नहीं किया। जिसके बाद साइना-सिंधु विवाद एक बार फिर चर्चा में आ गया है। जीत के एक दिन बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सिंधु से पूछा गया कि क्या उनकी इस उपलब्धि पर साइना और उनके पूर्व कोच गोपीचंद ने उन्हें बधाई दी। इसपर उन्होंने कहा कि गोपीचंद ने उन्हें बधाई दी है। हालांकि साइना की तरफ से उन्हें ऐसा कोई इशारा नहीं मिला है।
कांस्य पदक विजेता ने कहा ” “बेशक, गोपी सर ने मुझे बधाई दी। मैंने अभी तक सोशल मीडिया नहीं देखा है। मैं धीरे-धीरे सभी को जवाब दे रही हूं।” सिंधु ने आगे कहा कि गोपी सर ने मुझे मैसेज किया, साइना ने नहीं किया। वैसे भी हम ज्यादा बात नहीं करते।”
पहलवान सुशील कुमार बीजिंग 2008 खेलों में कांस्य और लंदन 2012 खेलों में रजत पदक जीतकर ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। उसके बाद सिंधु ने यह कारनामा कर के दिखाया है।
दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 53 मिनट चले कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की दुनिया की नौवें नंबर की बायें हाथ की खिलाड़ी बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से शिकस्त दी। सिंधू को सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग के खिलाफ 18-21, 12-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
सिंधू ने एकतरफा मुकाबले में अधिकांश समय दबदबा बनाए रखा और उन्हें बिंग जियाओ के खिलाफ अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी को एक बार फिर नेट पर आकर खेलने में परेशानी हुई लेकिन वह रैली में दबदबा बनाने में सफल रही।