रविचंद्रन अश्विन के वर्ल्ड रिकॉर्ड में है विराट कोहली का बड़ा हाथ, स्टार स्पिनर ने इशांत के सामने स्वीकारी बात
पहले टेस्ट के चौथे दिन इशांत शर्मा ने भी अपने टेस्ट विकेटों की संख्या 300 की। रविचंद्रन अश्विन ने इशांत शर्मा की पिछले 14 साल की मेहनत को अनुकरणीय करार दिया है।

भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में सौ साल में पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले स्पिनर बन गए हैं। हालांकि, उनके इस रिकॉर्ड में विराट कोहली का बहुत बड़ा हाथ है। अश्विन ने मैच के बाद बीसीसीआई टीवी पर इशांत शर्मा के सामने यह बात स्वीकार की।
अश्विन ने पहले टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स को दूसरी पारी की पहली गेंद पर आउट किया। इसके साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट के 134 साल के इतिहास में यह कारनामा करने वाले तीसरे स्पिनर बन गए। आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर बर्ट वोगलेर ने 1907 में इंग्लैंड के टॉम हैवर्ड को टेस्ट मैच में पारी की पहली गेंद पर आउट किया था। यह उपलब्धि अर्जित करने वाले पहले स्पिनर यॉर्कशर के बॉबी पील हैं, जिन्होंने 1888 में एशेज में यह कमाल किया था।
अश्विन ने ईशांत को बताया, ‘जब मैंने दूसरी पारी की पहली गेंद पर विकेट लिया तो मैं बहुत खुश था, लेकिन मुझे पता नहीं था कि यह एक रिकॉर्ड है। टीम प्रबंधन ने मुझे बताया कि ऐसा सौ साल में पहली बार हुआ है। इसके लिए मैं विराट को धन्यवाद देता हूं, क्योंकि मुझे पता था कि तुम (ईशांत) गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले हो, लेकिन विराट ने अचानक फैसला बदला और मुझे पहला ओवर दिया।’
पहले टेस्ट के चौथे दिन इशांत शर्मा ने भी अपने टेस्ट विकेटों की संख्या 300 की। अश्विन ने इशांत की पिछले 14 साल की मेहनत को अनुकरणीय करार दिया। अश्विन ने कहा कि वह चाहते है कि उनका यह साथी गेंदबाज टेस्ट मैचों में 400 विकेट हासिल कर भारत के उभरते हुए तेज गेंदबाजों के लिए एक ‘रोडमैप ’ तैयार करे।
अश्विन ने कहा, ‘देखिये, इशांत इस भारतीय टीम के सबसे अधिक मेहनत करने वाले खिलाड़ियों में से हैं। उन्हें इस वजह से भी अधिक मेहनत करनी होती है, क्योंकि वह लंबे (छह फुट चार इंच) कद के खिलाड़ी हैं और करियर के दौरान खुद को फिट रखने के लिए बहुत मेहनत करनी होती है। वह लगभग 14 वर्षों से खेल रहे है।’
उन्होंने कहा, ‘इशांत ऑस्ट्रेलिया (2007-08) गए थे और उन्होंने रिकी पोंटिंग का विकेट लिया। इसके बाद चोट के बावजूद वह कई दौरों पर गए। किसी तेज गेंदबाज के लिए भारत के लिए 100 टेस्ट खेलना कोई मजाक नहीं है और यह बेहद ही शानदार उपलब्धि है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं इशांत को इसकी बधाई दूंगा लेकिन चाहता हूं कि वह 400 या शायद 500 विकेट लेकर भारत के भविष्य के तेज गेंदबाजों के लिए रोडमैप तैयार करें।’ अश्विन ने बताया कि इशांत हमेशा खुश रहने वाले खिलाड़ी हैं। हर परिस्थिति में उनके चेहरे में हमेशा मुस्कान रहती है।