मजबूरी के चलते तेजस्वी यादव को क्रिकेट से करना पड़ा था किनारा, हालात ने बनाया पॉलीटिशियन; फेल का ठप्पा लगने पर दी थी सफाई
तेजस्वी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का भी हिस्सा रह चुके हैं। वह 2008, 2009, 2011 और 2012 के सीजन में दिल्ली कैपिटल्स (तत्कालीन दिल्ली डेयरडेविल्स) का हिस्सा रहे थे। हालांकि, उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव महज 26 साल की उम्र में बिहार के उप मुख्यमंत्री बन गए थे। 9 नवंबर 1989 को पटना में जन्में तेजस्वी राजनीति में एंट्री से पहले क्रिकेटर थे। वह फर्स्ट क्लास, लिस्ट ए और टी20 मैच खेल चुके थे। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में भी झारखंड का प्रतिनिधित्व किया। इसके बावजूद वे कम उम्र में ही राजनीति में आ गए थे। इस पर उन्होंने एक इंटरव्यू में विस्तार से बताया था। उन्होंने बताया था कि मजबूरी के कारण क्रिकेट से किनारा किया था।
इंडिया टीवी के शो आपकी अदालत में रजत शर्मा ने तेजस्वी से पूछा, ‘‘आप पर इल्जाम है कि आप हर जगह फेल रहे। आप नौवीं-दसवीं क्लास में फेल रहे।’’ इस पर तेजस्वी ने कहा, ‘‘कौन देखा इसे? किसे पता? मैं नौवीं के पास ड्रॉप आउट हुआ था। मैं नौवीं पास हूं। चुनावी हलफनामे में इस बारे में लिखा हुआ है। कई बच्चे होते हैं जिनका पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं लगता है। मैं खिलाड़ी बनना चाहता था। बच्चों का खेलकूद में मन लगता है। जहां तक मैं खुद को मानता हूं कि खिलाड़ी के तौर पर कामयाब रहा।’’
तेजस्वी ने आगे कहा, ‘‘आप तो डीडीसीए के अध्यक्ष हैं। जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलता है या स्टेट के लिए लगातार क्रिकेट खेलता है वह अच्छा क्रिकेटर होता है। आप विजय मर्चेंट ट्रॉफी का रिकॉर्ड निकलवा कर देख लिजिए। मैंने अंडर -15 और अंडर-17 में दिल्ली की कप्तानी की है। मैं कप्तान था और विराट कोहली मेरी कप्तानी में खेले थे। आप स्कोरकार्ड निकालकर देख सकते हैं। दो बार मैं कप्तान बना दिल्ली का और दोनों बार दिल्ली चैंपियन बना। 35 सालों से वह चैंपियन नहीं बनी थी।’’
आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में रहने के बावजूद मैच नहीं खेलने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा, ‘‘जो लोग कहते हैं कि पिता का इतना बड़ा नाम है। अगर बेईमानी करना होता तो मैं खेल लेता। मेरा तो मन पहले क्रिकेटर बनने का था। राजनीति में रुचि थी। उस समय शरद पवार बोर्ड अध्यक्ष थे। उनसे अच्छे संबंध थे। अरुण जेटली से भी अच्छे संबंध थे। अगर पैरवी कराना होता तो फ्रेंचाइजी है आईपीएल की। किसी को कह देते तो टीम में चुने जाते।’’
तेजस्वी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का भी हिस्सा रह चुके हैं। वह 2008, 2009, 2011 और 2012 के सीजन में दिल्ली कैपिटल्स (तत्कालीन दिल्ली डेयरडेविल्स) का हिस्सा रहे थे। हालांकि, उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।
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