‘चोट के बाद भी सौरव गांगुली ने दिया था खेलने का आदेश, पहली ही गेंद पर हो गया आउट’, वीरेंद्र सहवाग ने सुनाई थी कहानी
सहवाग ने जिस मैच की कहानी सुनाई वह सीरीज का आखिरी टेस्ट था। रावलपिंडी में भारत ने पाकिस्तान को पारी और 131 रन से हराया था। राहुल द्रविड़ ने उसी टेस्ट की पहली पारी में 270 रन बनाए थे।

बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली भारत के महान कप्तानों में शामिल हैं। उनके रहते टीम इंडिया ने कई उपलब्धियां हासिल की थीं। उन्होंने युवा खिलाड़ियों पर लगातार भरोसा बनाए रखा और एक नई टीम बनाई। वीरेंद्र सहवाग ने गांगुली की कप्तानी में ही डेब्यू किया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में दादा की दादागिरी की कहानी बताई थी। सहवाग ने बताया था कि कैसे गांगुली ने उन्हें चोट के बावजूद खेलने का आदेश दिया था। मैच में वो शून्य पर ही आउट हो गए थे।
सहवाग ने वियू इंडिया यूट्यूब चैनल के शो What The Duck में विक्रम साठये को दिए इंटरव्यू में इस बारे में विस्तार से बताया था। इस दौरान अनिल कुंबले भी थे। विक्रम ने दोनों से कहा कि आप अपने यादगार शून्य (डक) के बारे में बताए। इस पर सहवाग ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में मैंने 309 रन बनाए थे। उसके बाद तीसरा टेस्ट खेला जाना था। मेरी पीठ में काफी दर्द था। मैंने दादा से कि मुझे काफी दर्द हो रहा है और चला नहीं जा रहा है। बैटिंग नहीं हो पाएगी। इस पर दादा ने कहा कि तू बस खड़ा रहना।’’
सहवाग ने आगे बताया, ‘‘मैच में बस तेरा पेपर पर नाम लिखना है। पाकिस्तानी वैसे से ही डर जाएंगे। तू रन बना या न बना। चाहे तू जीरो पर आउट हो जा। उनकी इतनी काली जुबान थी कि मैं उस इनिंग में जीरो पर ही आउट हो गया। पार्थिव पटेल के साथ ओपनिंग करने उतरा था। मैं जोश में था। मैंने कहा कि बच्चे को क्या स्ट्राइक दूंगा। मैंने उससे कहा कि पार्थिव तू नॉन-स्ट्राइक, मैं स्ट्राइक। मुझसे पहले आकाश चोपड़ा स्ट्राइक लेता था। तो मैंने पार्थिव को भेजा। पहली गेंद को मारा और गली में कैच आउट हो गया।’’
वह सीरीज का आखिरी टेस्ट था। रावलपिंडी में भारत ने पाकिस्तान को पारी और 131 रन से हराया था। राहुल द्रविड़ ने उसी टेस्ट की पहली पारी में 270 रन बनाए थे। कुंबले ने अपने यादगार जीरो के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘मेरा फर्स्ट क्लास करियर जीरो के साथ शुरू हुआ था। दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुआ था। दो विकेट लिए थे। अच्छी शुरुआत थी, लेकिन शून्य पर आउट हुआ था।’’