‘वीरू का मीटर हमेशा डाउन रहता है,’ सचिन तेंदुलकर ने इंटरव्यू में सुनाया था वीरेंद्र सहवाग से जुड़ा रोचक किस्सा
सहवाग के बारे में सचिन ने कहा, ‘उसका हमेशा मीटर डाउन रहता है। वीरू करियर के पहले कुछ साल थोड़ा सीरियस था। लेकिन जब उसे पता चल गया कि मैं भी मस्ती करता हूं और अच्छा माहौल है... हमारी अच्छी जमती थी। बहुत अच्छी जमती थी।’

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) की ओपनिंग जोड़ी ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। क्रिकेट के दोनों दिग्गजों ने ड्रेसिंग रूम में काफी समय साथ बिताया है, इसलिए दोनों एक-दूसरे की हर अच्छाई और कमी के बारे में बखूबी जानते हैं। सचिन तेंदुलकर ने गौरव कपूर के यूट्यूब शो ‘ब्रेकफॉस्ट विद चैम्पियंस’ (Breakfast With Champions) में यह दावा भी किया था।
सचिन ने वीरेंद्र सहवाग से जुड़ा रोचक किस्सा भी सुनाया था। गौरव ने शो के दौरान सचिन से कहा, ‘सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के अलावा निश्चित रूप से जो दूसरा व्यक्ति है, जो आपसे खुलकर मजाक कर सकता है, वह वीरेद्र सहवाग हैं।’ इतना सुनते ही सचिन ने हां में सिर हिला दिया। गौरव ने कहा, ‘वीरू को तो कोई टाइम (मजाक करने का) ही नहीं है।’ सचिन ने कहा, ‘उसका हमेशा मीटर डाउन रहता है। वीरू करियर के पहले कुछ साल थोड़ा सीरियस था। लेकिन जब उसे पता चल गया कि मैं भी मस्ती करता हूं और अच्छा माहौल है… हमारी अच्छी जमती थी। बहुत अच्छी जमती थी।’
गौरव ने कहा, ‘वह चाहे 3 रन बनाए या 300, सीटी बजाता रहता था।’ इस पर सचिन ने कहा, ‘एक बार ऐसा हुआ कि वीरू सीटी बजा रहा था। सीटी बजाते हुए कोई गाना गुनगुना रहा था। मैं उससे बोल रहा था कि वीरू हम ऐसे करेंगे, वो करेंगे और वह सीटी बजाने में मस्त था और मेरे को इग्नोर कर रहा था। मैंने उससे कहा कि वीरू क्या कर रहा है यार। फिर थोड़ी देर के बाद वीरू ने कहा, नहीं पाजी, मेरा दिमाग बहुत इधर- उधर भटक रहा था, कि मैं इधर मारूं, उधर मारूं, ये करूं, वह करूं। तो मैं अपना ध्यान उस चीज से हटा रहा था, इसलिए सीटी बजाए जा रहा था, बजाए जा रहा था।’
सचिन ने कहा, ‘मैंने उससे कहा कि बता तो सही मुझे भी, फिर दोनों मजे करेंगे उस गाने पर।’ गौरव ने कहा, ‘हर कोई कहता है कि वीरू को अगर बोलो कि यहां पर मत मार, तो वह चैलेंज लेता था कि अब मैं वहीं मारूंगा।’ इस पर सचिन ने कहा, ‘वीरू के साथ मैंने इतनी बैटिंग की है, तो मुझे सही-सही पता होता था कि वह क्या करेगा। जब सारी दुनिया सोचती थी कि वीरू नहीं मारेगा, तो वीरू जरूर मारेगा। वीरू कहता था कि वही तो मौका है रन बनाने का। मैं कहता था कि बहुत खूब वीरू।’ यह कहकर सचिन मुस्कुराने लगे। गौरव कपूर भी हंसने लगे।