Sachin Tendulkar ने ट्वीट कर बाढ़ पीड़ितों की मदद का आह्वान किया, कहा- प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दें
सचिन से पहले अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर भी महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितों की मदद की अपील कर चुकी हैं। उन्होंने अपने ट्विटर अकांउट पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। उर्मिला इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर नॉर्थ मुंबई सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं।

इन दिनों देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के विभीषिका में हजारों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। केंद्र और राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तो जुटी हुई हैं, लेकिन अभी बाढ़ का कहर जारी है। ऐसे में कई हस्तियों ने अपने स्तर पर भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कदम आगे बढ़ाए हैं। इनमें भारत रत्न सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। तेंदुलकर ने अपने स्तर पर जो मदद करनी थी, वह तो की ही है, उन्होंने देश की बाकी जनता से भी बाढ़ पीड़ितों की अपील की है।
The recent floods across India have been catastrophic.
As the waters start to recede, there is a lot of help required in the flood affected states.
I’ve tried to do my bit to help, through the PM Relief Fund (https://t.co/CuV9F3YcqC) & request all of you to help & support. pic.twitter.com/YU7LKXXldA— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 13, 2019
सचिन तेंदुलकर ने इस संबंध में एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘हाल ही में देशभर में आई बाढ़ विनाशकारी है। हालांकि, पानी अब धीरे-धीरे कम होना लगा, इसके बावजूद बाढ़ प्रभावित राज्यों में बहुत ज्यादा मदद की जरूरत है। मैंने अपनी तरफ से थोड़ी मदद करने की कोशिश की है। मैंने प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएम रिलीफ फंड) के जरिए के माध्यम से मदद की है। आप सभी से मदद और सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।’
इससे पहले अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर भी महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितों की मदद की अपील कर चुकी हैं। उन्होंने अपने ट्विटर अकांउट पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। उर्मिला इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर नॉर्थ मुंबई सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं।
बता दें कि इस समय केरल, असम, गुजरात, कर्नाटक, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, पश्चिम बंगाल राज्य के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें लगी बचाव कार्य में जुटी हैं, लेकिन पानी में फंसे लोगों की तादाद लाखों में है। नौसेना और वायुसेना के हेलिकॉप्टर इन इलाकों में खाने के पैकेट और दवाइयां गिरा रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा बड़ा खतरा पानी में फंसे लोगों की जान का है।
असम के 33 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। पिछले चार दशकों में वहां पहली बार इतनी भयानक बाढ़ आई है। बिहार के भी कई जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बाढ़ के कारण ज्यादातर जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग तक पांच-छह फीट पानी में डूब गए हैं। गांव के गांव जलमग्न हैं। हल्दी की खेती के लिए मशहूर महाराष्ट्र के सांगली जिले की हालत बहुत खराब है। वहां के कई गांव 20-20 फुट पानी में डूब गए हैं। इन राज्यों में बाढ़ से मरने वालों का सरकारी आंकड़ा दो सौ से ज्यादा है।