भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। इसी बीच उन्होंने भारतीय टीम के कोच पर भड़ास निकाली है। उन्होंने कहै कि, सभी कोच पैसा बनाने के चक्कर में अपना पहला कर्तव्य भूल गए हैं। उन्होंने टीम के बड़े खिलाड़ियों और कप्तान विराट कोहली के खराब फॉर्म के लिए कोच को जिम्मेदार बताया है।
विनोद कांबली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo पर पोस्ट किया और टीम इंडिया को कोचिंग सिस्टम को कटघरे में ला दिया। उन्होंने लिखा कि,’मुझे लगता है कि जिस तरह बड़े खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं उसके लिए सिर्फ उन्हें दोष देना सही नहीं होगा। आज के दौर में कोच के पास पैसों की कमी नहीं है क्योंकि वो इतना पैसा बना रहे हैं कि पूछो ही मत और इस चक्कर में वो भूल गए हैं कि उनका पहला कर्तव्य क्या है।’
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे ये भी लिखा कि,’ऐसे में पुराने कप्तान को भी ये भुगतना पड़ा है और इसका नतीजा सबके सामने है। मैं नाम नहीं लूंगा लेकिन मैं वन ऑन वन कोचिंग के खिलाफ हूं।’ गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कप्तान विराट कोहली के साथ अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा बल्ले से कमाल करने में फेल हो रहे हैं।

सीआईसी से हटाने की उठी थी मांग
इससे पहले पिछले महीने क्रिकेट सुधार समिति (सीआईसी) को भंग करने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की एपेक्स काउंसिल ने मांग की थी। साथ ही सीआईसी मेंबर विनोद कांबी को विजय हजारे ट्रॉफी में टीम के खराब प्रदर्शन के लिए दोषी भी माना गया था।
सीआईसी में सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली के अलावा मुंबई के पूर्व खिलाड़ी जतिन परांजपे और नीलेश कुलकर्णी भी शामिल हैं। एपेक्स काउंसिल टीम के खराब प्रदर्शन के लिए तीनों को जिम्मेदार मानती है। वह शीर्ष परिषद में एक नया सीआईसी नियुक्त करना चाहती है।
इससे पहले आकाश चोपड़ा ने भी जोहानिसबर्ग टेस्ट की पहली पारी के बाद कहा था कि, ‘मुझे लगता है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे दोनों ही इस वक्त काफी पतली लकीर पर हैं। हम सब इन दोनों ही खिलाड़ियों को काफी पसंद करते हैं। अब खुद को साबित करने के लिए इन दोनों दिग्गजों के पास एक पारी और बची है।’ हालांकि दूसरी पारी में दोनों ने अर्धशतक लगा दिए थे।