भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) से मिली जानकारी के आधार पर बेंगलुरु सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) ने कर्नाटक प्रीमियर लीग (KPL) में मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी की जांच शुरू कर दी है। CCB ने इस साल कर्नाटक प्रीमियर लीग (KPL) में सट्टेबाजी और अवैध रूप से खिलाड़ी से संपर्क करने के आरोप में एक मशहूर ड्रमर को गिरफ्तार भी किया है। सीसीबी पुलिस ने बताया कि ड्रमर का नाम भावेश बाफना है। वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से मैच देखने आए दर्शकों का मनोरंजन करता है। वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) और KPL के दौरान भी यही काम करता है।
आरोप है कि 26 साल का भावेश बाफना दिल्ली और मुंबई के सट्टेबाजों के लिए बिचौलिए का काम करता था। उसने KPL के एक मैच में गेंदबाज को एक ओवर में 10 रन से ज्यादा देने के बदले मोटी रकम देने का लालच भी दिया था। उसने इंडियन प्रीमियर लीग में शामिल कराने का लालच देकर एक खिलाड़ी को खराब खेलने को कहा था। CCB ने बताया कि उसे इस मामले में संयम नाम के दिल्ली के एक सट्टेबाज की तलाश है। संयम के कहने पर ही भावेश ने खिलाड़ी को उक्त प्रस्ताव दिया था। CCB ने 26 साल के तेज गेंदबाज भावेश गुलेचा की शिकायत पर भावेश और संयम के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बता दें कि भावेश के पहले पुलिस KPL की एक टीम बेलगावी पैंथर्स (Belagavi Panthers) के मालिक अशफाक अली थारा (Asfaq Ali Thara) को भी सट्टेबाजी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। इस साल अगस्त में कर्नाटक प्रीमियर लीग के मुकाबले खेले गए थे। इसमें मनीष पांडे, करुण नायर, श्रेयस गोपाल जैसे भारतीय क्रिकेट के कई नामी सितारों ने भी हिस्सा लिया था। KPL में सट्टेबाजी को लेकर CCB कई अन्य क्रिकेटरों और कोचिंग स्टाफ से पूछताछ कर चुकी है। हालांकि, अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो कि इस साल KPL के मैच फिक्स थे।