Ravi Shastri on MS Dhoni slow batting: टीम इंडिया (Team India) के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर (R Sridhar) ने अपनी किताब में खुलासा किया है कि रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की धीमी बल्लेबाजी पर अपना आपा खो बैठे थे। मामला लॉर्ड्स में खेले गए इंग्लैंड और भारत के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मैच का है। जो रूट (Joe Root) के शतक से इंग्लैंड ने 7 विकेट पर 322 का स्कोर खड़ा किया।
323 रनों के लक्ष्य चेज करते हुए टीम इंडिया ने शुरुआत अच्छी की। पावरप्ले के बाद टीम की पारी लड़खड़ाई। एक समय टीम का स्कोर 3 विकेट पर 140 रन था। तब टीम मजबूत स्थिति में थे। इसके बाद एक के बाद एक विकेट गिरे और टीम का स्कोर 7 विकेट पर 191 रन हो गया। 10 ओवर थे और टीम को 13 रन प्रतिओवर के हिसाब से रन बनाने थे, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने रन चेज करने की कोशिश ही नहीं की। अगले 5-6 ओवर में सिर्फ 20 रन बने। वह 59 गेंद पर 37 रन बनाकर आउट हो गए। उनकी इस पारी पर कोच रjवि शास्त्री (Ravi Shastri) आगबबूला हो गए थे, जिसका खुलासा आर श्रीधर ने अपनी किताब कोचिंग बेयांड : माई डेज विद इंडियन क्रिकेट टीम में किया है।
रवि शास्त्री इस वजह से थे गुस्सा
आर श्रीधर ने कहा, ” जब विराट कोहली (Virat Kohli) और सुरेश रैना (Suresh Raina) बल्लेबाजी कर रहे थे तब हम मुकाबले में बने हुए थे, लेकिन जैसे ही हमने विकेट गंवाए, आखिरी 10 ओवरों में धोनी के साथ बल्लेबाजी के लिए गेंदबाज ही बचे थे। उन्होंने शॉट खेलना बंद कर दिया। अंतिम 10 ओवर में 13 प्रति ओवर से रन बनाने थे। हम अगले छह ओवरों में केवल 20 रन ही बना पाए। रवि शास्त्री (Ravi Shastri) गुस्से में थे। वह इस बात से नाराज नहीं थे कि हम 86 रन से हार गए। वह गुस्सा थे कि हम बिना लड़े हार गए। हमने लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश नहीं की। हमने बड़ी आसानी हार मान ली थी। हेड कोच इसे ऐसे नहीं जाने देने वाले थे।”
टीम मीटिंग में दिया कड़ा संदेश
श्रीधर ने आगे बताया, “निर्णायक मैच हेडिंग्ले में होना था और हमने पिछले दिन एक टीम मीटिंग की थी। सहयोगी स्टाफ के सभी सदस्यों सहित पूरी टीम उपस्थित थी और मुझे पता था कि रवि (Ravi Shastri) कड़ा संदेश देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आप कोई भी हों, ऐसा फिर नहीं होना चाहिए जब हम मैच जीतने की कोशिश किए बगैर हार जाएं। यह मेरे रहते नहीं होगा। अगर कोई ऐसा करता है, तो वह मेरे रहते अपना आखिरी क्रिकेट मैच खेलेगा। आप मैच हार सकते हैं, इसमें कोई शर्म की बात नहीं है, लेकिन आप इस तरह नहीं हारेंगे। “