पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की तारीफ की है। उन्होंने द्रविड़ को दीवार-ए-चीन (चीन की दीवार) बताया। लतीफ ने कहा कि वे क्रिकेट के लिए ही पैदा हुए थे। उन्होंने इस दौरान इस बात का खुलासा किया पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह में एक बार द्रविड़ को आउट दे दिया गया था, लेकिन वे नॉट आउट थे। लतीफ ने कहा, ‘‘मुश्ताक अहमद चीखते हुए आए और गेंद फेंकी। अपील करने पर अंपायर ने आउट दे दिया था। द्रविड़ ने मुझसे बाहर पूछा कि क्या मैं आउट था। इस पर मैंने कहा कि नहीं आप आउट नहीं थे। वो मुश्ताक के कारण आपको आउट दे दिया गया।’’
द्रविड़ ने उस मैच में सिर्फ 3 रन बनाए थे। पाकिस्तान से मिले 273 रन के लक्ष्य के सामने टीम इंडिया सिर्फ 233 रन ही बना सकी थी। लतीफ ने कहा, ‘‘द्रविड़ अपने समय में टेस्ट क्रिकेट में अपने साथी भारतीय खिलाड़ियों से एक स्टेप आगे थे। लेकिन, वे सचिन तेंदुलकर की छाया में बढ़ नहीं सके। ये उसी तरह है जैसा विराट कोहली की छाया में रोहित शर्मा नहीं बढ़ रहे। द्रविड़ ने उस दौर में दबाव में जिस तरह प्रदर्शन किया है, वह कोई भी नहीं कर सकता था। यूनुस खान भी उनकी तारीफ करते हैं। द्रविड़ के कारण यूनुसके करियर में बदलाव आया। उन्होंने यूनुस को गाइड किया था।’’
लतीफ ने आगे कहा, ‘‘वे बहुत ही शालीन इंसान हैं। जिस तरह उन्होंने अंडर-19 टीम और इंडिया-ए को चलाया, उससे लगता है कि वे क्रिकेट के लिए ही पैदा हुए थे। वे अब नेशनल क्रिकेट एकेडमी को भी बेहतर तरीके से चला रहे हैं। द्रविड़ वेस्टइंडीज के बल्लेबाज डेसमंड हेंस से अलग थे। हेंस टाइम ज्यादा नहीं लेते थे। वे यूनुस की तरह थे। दोनों विकेट गिरने के बाद टाइम लेते थे और पारी को आगे बढ़ाते थे। इसके बाद दोनों रुकते नहीं थे।’’
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पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, ‘‘अगर ऊपर से तेंदुलकर आउट हो जाते थे तो नीचे से द्रविड़ हमेशा बेहतर करते थे। द्रविड़ ने हमेशा ही बड़ी साझेदारियां की हैं। वे सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, सचिन के साथ बड़ी साझेदारियां की हैं।’’ द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट में 13288 रन बनाए थे। इस दौरान उनका औसत 52.3 का था। उन्होंने 36 शतक और 63 अर्धशतक लगाए थे। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैच में 10889 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 39.2 का था। उन्होंने 12 शतक और 83 अर्धशतक लगाए थे।