अपने रिटायरमेंट के ऐलान के बाद अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पूर्व कप्तान एमएस धोनी पर वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार करने और बिना कोई उचित कारण बताए उन्हें टीम से बाहर करने का आरोप लगाया था। हालांकि, अब उनका कहना है कि उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से कोई शिकायत नहीं है और उनकी बात को सही तरीके से नहीं लिया गया।
जालंधर में 3 जुलाई 1980 को जन्में हरभजन सिंह ने 24 दिसंबर 2021 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। हरभजन सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2016 में खेला था। हरभजन ने न्यूज18 के साथ संन्यास के बाद की गई अपनी टिप्पणी पर बातचीत की।
हरभजन ने कहा, ‘देखिए, हर किसी ने उस बात को अलग तरीके से लिया। मैं बस यह कहना चाहता था कि 2012 के बाद बहुत सी चीजें बेहतर हो सकती थीं। मैं, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिहं, गौतम गंभीर सभी भारत के लिए खेलते हुए रिटायर हो सकते थे। चूंकि हम सब आईपीएल में खेल रहे थे।’
उन्होंने कहा, ‘2011 वर्ल्ड कप के चैंपियन खिलाड़ी फिर कभी साथ नहीं खेले! क्यों? उनमें से सिर्फ कुछ ही 2015 के वर्ल्ड कप में खेले, क्यों?’ विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे हरभजन को लगता है कि बीसीसीआई की ओर से उन्हें समर्थन नहीं मिला। इस कारण उनका करियर पटरी से उतरा।
उन्होंने कहा कि वह उस समय अच्छी लय में थे और बढ़िया गेंदबाजी कर रहे थे। यह पूछने पर कि क्या उन्हें महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कोई शिकायत है तब हरभजन ने कहा, ‘नहीं, बिलकुल नहीं। मुझे महेंद्र सिंह धोनी से कोई शिकायत नहीं है। बल्कि, हम दोनों इतने साल से अच्छे दोस्त रहे हैं।’
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर को जब धोनी के साथ अपने संबंधों पर विचार करने के लिए कहा गया तब हरभजन ने कहा, ‘मुझे उन्हें खुश करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने उनसे शादी नहीं की है।’
हरभजन ने कहा, ‘मुझे बीसीसीआई से शिकायत है। मैं उसे उस समय की सरकार कहता हूं। उस समय के चयनकर्ताओं ने अपने काम के साथ न्याय नहीं किया। उन्होंने टीम में एकता नहीं रहने दी।’
हरभजन ने कहा, ‘जब पुराने और महान खिलाड़ी टीम में थे और अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे तो नए लड़कों को टीम में लाने की क्या जरूरत थी? एक बार मैंने चयनकर्ताओं से इसका विरोध किया था। उस समय मुझे जवाब मिला था कि यह हमारे हाथ में नहीं है। तब मैंने उनसे कहा था कि फिर आप चयनकर्ता क्यों हैं?’