आईपीएल में रविवार (27 सितंबर) को राजस्थान रॉयल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को हरा दिया। इस मुकाबले में कई रिकॉर्ड बने और कई बल्लेबाजों ने तूफानी पारियां खेलीं। संजू सैमसन, मयंक अग्रवाल, स्टीव स्मिथ, केएल राहुल और राहुल तेवतिया ने शानदार बल्लेबाजी की। इन सबके बीच एक ऐसे खिलाड़ी की चर्चा हो रही है जिसने ज्यादा रन नहीं बनाए, लेकिन अपनी फील्डिंग से सबका दिल जीत लिया। वो हैं निकोलस पूरन। उनकी फील्डिंग की तारीफ सचिन तेंदुलकर सहित कई महान खिलाड़ियों ने की।
दरअसल, निकोलस ने राजस्थान की पारी के 8वें ओवर में सैमसन के शॉट को बाउंड्री में जाने से रोक दिया। सैमसन ने रवि बिश्नोई को मिडविकेट की तरफ मारा। ऐसा लगा कि गेंद 6 रन के बाउंड्री के बाहर जा रही है। तभी वहां खड़े निकोलस पूरन ने सुपरमैन की तरह डाइव लगा दिया और 6 रन को दो रन में बदल दिया। उन्होंने पैरों के दम पर बेहतरीन फील्डिंग किया, लेकिन एक समय था जब उनके ये पैर टूट गए थे। दरअसल, 2015 में निकोलस पूरन एक कार दुर्घटना में चोटिल हो गए थे। तब डॉक्टर ने उन्हें क्रिकेट नहीं खेलने की सलाह दी थी।
नेशनल क्रिकेट सेंटर से नियमित ट्रेनिंग करने के बाद पूरन अपने घर जा रहे थे, लेकिन किस्मत का अलग ही प्लान था। वे कार चला रहे थे। घर के करीब पहुंच चुके थे। उसी दौरान एक कार दूसरे कार को ओवरटेक कर रहा था। इसी दौरान पूरन की गाड़ी ने रेत के ढेर पर टक्कर मारी और फिर सड़क पर आ गई। उसी समय वहां पर एक दूसरी गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। पूरन ने इस बारे में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘‘मैं बेहोश हो गया और फिर मुझे याद नहीं कि क्या हुआ था। फिर मैं जगा तो हैरान हो गया कि ये कैसे हुआ। मुझे एम्बुलेंस में ले जाया गया, मैं अपने पैर को नहीं हिला सकता था।’’
पूरन के बाएं पैर का घुटना टूट गया और दाहिने टखने में फ्रैक्चर हो गया था। वह अपना पैर सीधा नहीं कर सकते थे। पूरन ने डॉक्टर से पूछा, ‘‘क्या मैं दोबारा क्रिकेट खेल पाऊंगा।’’ पहले तो डॉक्टर इसे लेकर संशय में थे। सर्जरी के बाद डॉक्टर ने कहा, ‘‘हो सकता है कि आप खेल पाएं।’’ पूरन को दो सर्जरी करवानी पड़ी। पहला हादसा होने के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुआ था। यह उनके बाएं घुटने की मरम्मत के लिए किया गया था। दूसरी सर्जरी फ्रैक्चर टखने को ठीक करने के लिए उनके दाहिने पैर में किया। चोट के एक हफ्ते बाद दूसरी सर्जरी हुई थी। पूरन को वापसी करने में 18 महीने लग गए थे।