Australian Open 2021: नाओमी ओसाका दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन बनीं, फाइनल में जेनिफर ब्रैडी को हराया
ऑस्ट्रेलियन ओपन में ओसाका का यह दूसरा खिताब है। इससे पहले वो 2019 में जीती थी। तब उन्होंने फाइनल में चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा को हराया था। ओसाका दो बार यूएस ओपन भी जीत चुकी हैं। उन्होंने 2018 और 2020 में यह खिताब अपने नाम किया था।

जापान की स्टार टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2021 का खिताब जीत लिया है। उन्होंने शनिवार (20 फरवरी) को मेलबर्न में खेले गए फाइनल मुकाबले में अमेरिका की जेनिफर ब्रैडी को हरा दिया। ओसाका चौथी बार ग्रैंड स्लैम चैंपियन बनी हैं। दुनिया की नंबर तीन महिला खिलाड़ी ओसाका ने खिताबी मुकाबले में 22वें नंबर की खिलाड़ी ब्रैडी को 6-4, 6-3 से हरा दिया।
ऑस्ट्रेलियन ओपन में ओसाका का यह दूसरा खिताब है। इससे पहले वो 2019 में जीती थी। तब उन्होंने फाइनल में चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा को हराया था। ओसाका दो बार यूएस ओपन भी जीत चुकी हैं। उन्होंने 2018 और 2020 में यह खिताब अपने नाम किया था। फ्रेंच ओपन में 2016, 2018 और 2019 में वो तीसरे राउंड तक पहुंची थीं। इसके अलावा विम्बलडन ओपन में 2017 और 2018 तीसरे राउंड तक पहुंचने में सफल रही थीं।
25 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ब्रैडी अपना पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल खेल रही थीं। जब वह जनवरी में आस्ट्रेलियाई आई थीं तो उन्हें फ्लाइट में किसी के कोविड-19 पॉजिटिव आने के कारण 15 दिन कड़े क्वारंटीन से गुजरना पड़ा था। दूसरी ओर, केवल दो सक्रिय महिला खिलाड़ियों के पास ही ओसाका से ज्यादा ग्रैंडस्लैम खिताब हैं और वो हैं सेरेना विलियम्स (23) और वीनस विलियम्स (सात)। अब ओसाका के लिए अगला काम क्ले और घास पर अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा क्योंकि वह फ्रेंच ओपन या विम्बलडन में तीसरे दौर से आगे नहीं पहुंच सकी हैं।
23 साल की नाओमी ओसाका ने इससे पहले सेमीफाइनल में दिग्गज खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स को हराया था। ओसाका ने साल के पहले ग्रैंड स्लैम के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में सेरेना को 6-3, 6-4 से शिकस्त दी थी। इससे विलियम्स की 24वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतकर रिकॉर्ड बराबर करने की कवायद फिर से अधूरी रह गई। विलियम्स ने आखिरी बार 2017 में कोई ग्रैंड स्लैम जीता था। तब उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में अपनी बड़ी बहन वीनस विलियम्स को 6-4, 6-4 से मात दी थी। सेरेना का वह 23वां ग्रैंड स्लैम खिताब था।