अजिंक्य रहाणे भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य हैं। लेकिन पिछले 1 साल से उन्हें क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में अनदेखा किया जा रहा है। रहाणे ने आखिरी वनडे मैच फरवरी 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी-20 और वनडे सीरीज में भी उन्हें नहीं चुना गया है। ऐसे में रहाणे की वर्ल्ड कप की राह कठिन मानी जा रही है। हालांकि रहाणे ऐसा नहीं सोचते हैं। रहाणे को भरोसा है कि वह वर्ल्ड कप के लिए चुनी जाने वाली टीम में जगह बनाने में कामयाब होंगे।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में रहाणे ने कहा, “मैं बल्लेबाज के तौर पर आक्रामक हूं, लेकिन व्यवहार से मैं कम बोलने वाला व्यक्ति हूं। मैं अधिक बात करना पसंद नहीं करता, मैं अपने बल्ले को बोलने देता हूं, लेकिन कई बार सच कहना जरूरी हो जाता है। मेरा मानना है कि टीम सबसे पहले है और मैंने हमेशा टीम मैनेजमेंट, सिलेक्टर्स के फैसले का सम्मान किया है और ऐसा करता रहूंगा। लेकिन अंत में यह जरूरी है कि मैं जो प्रयास कर रहा हूं उसे स्वीकार किया जाए। एक खिलाड़ी के तौर पर मैं महसूस करता हूं कि टीम के लिए अच्छा करने को सभी को लगातार मौके की आवश्यकता है।”
रहाणे ने आगे कहा, “मैंने हमेशा सोचा कि देश और टीम सबसे पहले है। जब मैं मुंबई के लिए भी खेला तो मैंने ओपनर के रूप में शुरुआत की, लेकिन जब टीम ने मुझे नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने को कहा तो मैं तैयार हो गया। मैंने चुनौती स्वीकार की। इसलिए मैं नहीं मानता कि मैं टीम की भलाई के अलावा कोई कभी कुछ मांग करूंगा। हालांकि, मैं यह कहना चाहता हूं कि यदि एक खिलाड़ी के तौर पर मैं टीम के लिए समर्पित हूं तो मुझे पर्याप्त मौका मिले। मैं बस इतना चाहता हूं।”
साल 2017 में रहाणे को वेस्ट इंडीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया और उसी साल घरेलू सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओपनिंग करते हुए लगातार 4 अर्धशतक जड़ दिए। इसके बावजूद रहाणे को साउथ अफ्रीका में मध्य क्रम में स्थान मिला। इसके जवाब में रहाणे ने कहा, “यदि मैं निराशा महसूस करूंगा तो मेरी मानसिकता नकारात्मक हो जाएगी। इसलिए मैं उस तरह से नहीं सोचता हूं। मैं इस फैसले को सिलेक्टर्स पर छोड़ता हूं, क्योंकि वे सबसे अच्छे जज हैं, लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि मेरा प्रदर्शन वास्तव में अच्छा था। यदि आप पिछली तीन-चार सीरीज को देखें, मेरा औसत 45 से 50 के करीब था। इसके बाद मुझे ड्रॉप कर दिया गया। मैं घरेलू क्रिकेट में वापस गया और मैंने काफी अच्छा किया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं निराश नहीं हूं, क्योंकि मैं सकारात्मक रहना चाहता हूं, नकारात्मकता में नहीं जाना चाहता।”
हाल ही में मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने वर्ल्ड कप टीम के लिए रहाणे के नाम पर विचार किये जाने की बात कही थी। इस पर रहाणे ने कहा, “मुझे काफी अच्छा लगा कि मेरा नाम विचाराधीन है, लेकिन इसी के साथ यह भी जरूरी है कि आपको मौका भी मिले। वर्ल्ड कप में खेलना हर एक क्रिकेटर का सपना होता है। मैं सलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट के फैसले का सम्मान करता हूं। मुझे लगता है मैं एक मौका पाने का हकदार हूं।”