Murali Vijay Retires: टीम इंडिया (Team India) के ओपनर मुरली विजय (Murali Vijay) ने सोमवार को संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने आखिरी बार टीम इंडिया (Team India) के लिए दिसंबर 2018 में खेला था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भारत में 30 साल से ऊपर के खिलाड़ियों को 80 साल का बूढ़ा मान लिया जाता है। वह बोर्ड अजीज आ गए हैं और विदेश में थोड़ा बहुत क्रिकेट खेलना चाहते हैं।
मुरली विजय (Murali Vijay) आखिरी बार दिसंबर 2019 में अपनी घरेलू टीम तमिलनाडु (Tamil Nadu) के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में और भारत के लिए 2018 पर्थ (Perth) टेस्ट में खेले थे। उन्होंने ट्विटर पर एक लेटर शेयर करके रिटायरमेंट का ऐलान किया। मुरली विजय (Murali Vijay) ने 2008 में शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय करियर में 61 टेस्ट, 17 एकदिवसीय और 9 टी20 खेले। उन्होंने नागपुर में 2008-09 की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट में गौतम गंभीर की जगह प्लेइंग 11 में शामिल होकर डेब्यू किया था। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सितंबर 2020 के बाद नहीं खेले। इसके बाद वह पेशेवर क्रिकेट से दूर थे।
मुरली विजय का टेस्ट करियर
मुरली विजय (Murali Vijay) टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज थे। नई गेंद के खिलाफ वह शानदार खेलते थे। 2014 में भारत के इंग्लैंड दौरे के दौरान उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। विजय ने टेस्ट क्रिकेट में 105 पारियों में 38.28 की औसत से 3982 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 167 था। 2013 में हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह पारी खेली थी। उन्होंने टेस्ट करियर में 12 शतक और 15 अर्धशतक लगाए।
2013 से 2018 के बीच मुरली विजय का जलवा रहा
मुरली विजय (Murali Vijay) 2013 से 2018 के बीच पांच साल की तक भारत की टेस्ट टीम (Indian Test Team) के एक प्रमुख सदस्य थे। दिसंबर 2013 से जनवरी 2015 तक जब भारत ने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेले विजय सबसे ज्यादा गेंदों का सामना किया और टीम के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। वह 40 से अधिक औसत वाले केवल तीन खिलाड़ियों में से एक थे।
मुरली विजय का आईपीएल में प्रदर्शन
मुरली विजय (Murali Vijay) ने 106 आईपीएल मैच खेले और दो फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और पंजाब किंग्स का नेतृत्व किया । हालांकि, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। वह महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhhoni) की अगुआई वाली टीम के तब दिस्सा थे जब वह 2010 और 2011 में दो आईपीएल खिताब जीती। 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ मुरली विजय (Murali Vijay) ने फाइनल में 52 गेंदों में 95 रन की पारी खेली थी। वह प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने आईपीएल में दो शतक और 13 अर्धशतकों की मदद से 121.87 की स्ट्राइक रेट से 2619 रन बनाए।