पिछले साल फ्लायड मेवेदर से हारने के बाद 11 महीने मुक्केबाजी से दूर रहे मेनी पैकियाओ ने शनिवार को टिम ब्राडले के खिलाफ अपने विदाई मुकाबले को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और ब्राडले को 116-110 से मात देकर अपने मुक्केबाजी करिअर का अंत भी उतना ही शानदार तरीके से किया।
रिंग में प्रशंसकों के मैनी-मैनी के शोर के बीच इस मुक्केबाज ने कई बार अपने प्रतिद्वंद्वी को को अपने मुक्कों के वार से जमीन सुंघाया पर दाद देनी होगी कि ब्राडले हर बार उठ खड़े हुए और मैनी को करारा जवाब दिया। पर आखिर में यह काफी नहीं था और बाएं हाथ के फिलीपीनी मुक्केबाज को जजों ने विजेता घोषित किया। फिलीपीन के इस 37 वर्षीय मुक्केबाज ने कहा था कि वे ब्राडले के खिलाफ इस तीसरे मुकाबले के बाद मुक्केबाजी को अलविदा कह देंगे। वे अब अपने देश में राजनीति में उतरना चाहते हैं और सीनेट का चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।
पैकियाओ ने कहा था कि मेरे लिए यह मुकाबला जीतना और शानदार ढंग से जीतना बेहद जरूरी है। मेरे भीतर अभी भी किलर इंस्टिंक्ट बची है। एक साल आराम करने के बाद तरोताजा होकर रिंग में लौटे पैकियाओ ने कहा था कि मेरे भीतर जीत की भूख मरी नहीं है। मुक्केबाजी मेरा जुनून है और मैं 25 साल से लगातार खेल रहा हूं। शनिवार के मुकाबले में उन्होंने साबित कर दिया कि ये सिर्फ थोथी बातें नहीं थीं।