भारत के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज से पहले इंग्लैंड की टीम को बड़ा झटका लग सकता है। क्रिकबज की खबर के अनुसार, इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मॉर्गन मंगलवार यानी 28 जून 2022 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में कुल 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं। 35 वर्षीय मॉर्गन ने इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में इंग्लैंड का नेतृत्व करने की इच्छा जाहिर की थी।
माना जा रहा है कि फॉर्म और फिटनेस को लेकर बढ़ती चिंताओं ने इयोन मॉर्गन को संन्यास लेने का कदम उठाने को मजबूर किया है। इससे पहले द गार्जियन ने लिखा था कि इंग्लैंड के एकदिवसीय क्रिकेट में क्रांति लाने वाले आयरलैंड में जन्में इयोन मॉर्गन के इस सप्ताह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की संभावना है। मॉर्गन के संन्यास लेने पर जोस बटलर या मोईन अली को वनडे और टी20 टीम का कप्तान नियुक्त किए जाने की उम्मीद है।
इयोन मॉर्गन पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। इयोन मॉर्गन अपने आखिरी दो अंतराष्ट्रीय मैचों में नीदरलैंड के खिलाफ खाता नहीं खोल पाए। वह ग्रोइन इंजरी के कारण सीरीज के तीसरे मैच में खेलने से चूक गए। वह व्हाइट बॉल क्रिकेट में अपनी पिछली 28 अंतरराष्ट्रीय पारियों में सिर्फ दो अर्द्धशतक ही लगा पाए।
इयोन मॉर्गन को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के लिए हुए मेगा ऑक्शन में भी किसी ने नहीं खरीदा था। खास यह है कि आईपीएल 2021 में उनकी ही अगुआई में शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के सह-मालिकाना हक वाली कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) ने टूर्नामेंट का फाइनल खेला था।
इयोन मॉर्गन ने नीदरलैंड सीरीज से पहले स्काई स्पोर्ट्स से कहा था, ‘अगर मुझे नहीं लगता कि मैं काफी अच्छा हूं या मुझे नहीं लगता कि मैं टीम में योगदान दे पा रहा हूं, तो मैं संन्यास ले लूंगा।’ इयोन मॉर्गन इस साल सितंबर 36 वर्ष के हो जाएंगे। इयोन मॉर्गन ने अपनी अगुआई में 2019 में इंग्लैंड को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जिताया था। वह इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास में एक परिवर्तनकारी व्यक्ति रहे हैं। हालांकि, उन्होंने पिछले साल 1 जुलाई से खेल के किसी भी फॉर्मेट में अर्धशतक नहीं बनाया है।
इयोन मॉर्गन ने ऑस्ट्रेलिया में 2015 विश्व कप से पहले एलेस्टेयर कुक से एकदिवसीय टीम की कप्तानी संभाली थी। हालांकि, उस 2015 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम कुछ खास नहीं कर पाई, लेकिन मॉर्गन जुटे रहे और पूर्व मुख्य कोच ट्रेवर बेलिस के साथ इंग्लैंड के वनडे क्रिकेट में क्रांति लाने में सफल रहे।
जब उन्हें आईपीएल के लिए नहीं चुना गया, तो उन्होंने इस बारे में अखबार ‘द इवनिंग स्टैंडर्ड’ से बात की थी। इयोन मॉर्गन ने कहा था, ‘यह एक सच्चाई है कि मैंने पर्याप्त रन नहीं बनाए। मैं इसे एक चुनौती के रूप में देख रहा हूं…। मैं इस ब्रेक का इस्तेमाल रिचार्ज करने साथ ही उन चीजों पर भी काम करने के लिए करूंगा, जिन पर आपके पास प्रतिस्पर्धा के दौरान काम करने का समय नहीं है…।’
उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगा था कि मेरा सबसे अच्छा मौका दूसरे दौर (आईपीएल नीलामी के) में था। अगर किसी को रिजर्व मिडिल ऑर्डर, अनुभवी खिलाड़ी, कप्तान या किसी अन्य के रूप में जरूरत है तो। लेकिन जब तक पहला राउंड समाप्त हुआ, तब तक लगभग हर टीम ने अपनी जरूरतें पूरी कर ली थीं, इसलिए मेरे पास कोई मौका नहीं था।’
इंग्लैंड के साथ 13 साल और उससे पहले आयरलैंड के लिए 3 साल तक खेलने वाले इयोन मॉर्गन की फिटनेस हाल के महीनों में चिंता का विषय रही है। वह जनवरी में कैरेबियाई दौरे में इंग्लैंड के लिए टी20 मैच खेलते हुए चोटिल हो गए थे। अब मिडिलसेक्स के लिए मैच नहीं खेलेंगे। इयोन मॉर्गन ने पिछले महीने कहा था, ‘ठीक होने में अधिक समय लगता है। मुझे लगता है कि अब मैं बूढ़ा हो गया हूं।’