इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए अच्छा नहीं रहा था। 4 बार की चैंपियन फ्रेंचाइजी का प्रदर्शन काफी खराब रहा और वह 9वें नंबर पर रही। इसके अलावा वह विवादों में भी रही। विवाद स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को कप्तान बनाने, बीच में ही उनसे कप्तानी छीनने और फिर उनके बीच टूर्नामेंट से बाहर होने को लेकर थी। पूरे सीजन दोनों के बीच अनबन खबरें सुर्खियों में छाई रहीं। यह भी खबरें आईं कि जडेजा और सीएसके की राहें जुदा होने वाली हैं , लेकिन ऐसा हुआ नहीं। रविंद्र जडेजा सीएसके के साथ बने हुए। टीम के साथ ट्रेनिंग की उनकी फोटोज सोशल मीडिया पर छाई हुई है।
अब सवाल यह है कि रविंद्र जडेजा और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच अनबन क्यों हुआ? यह खटास दूर कैसे हुई? जडेजा को पिछले साल सत्र शुरू होने से पहले टीम का कप्तान बनाया गया था। टीम के खराब प्रदर्शन के कारण बीच सीजन में ही उनसे कप्तानी छीन ली गई और महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बना दिया गया। कप्तानी छीन लेना जडेजा की नाराजगी की एक वजह थी। दूसरी वजह उनका प्रदर्शन था। इसके अलावा महेद्र सिंह धोनी ने कप्तानी से हटाए जाने जो बात उससे भी नाराज थे। बात इतनी खराब हो गई कि वह टीम होटल छोड़कर चले गए।
कैसे दूर हुई खटास
चेन्नई सुपर किंग्स के कैंप में घटनाक्रम से वाकिफ लोगों ने क्रिकबज को बताया कि जडेजा ने फ्रेंचाइजी के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति कप्तान एमएस धोनी के साथ खुलकर लंबी बातचीत की। इसके बाद उन्होंने फ्रेंचाइजी के सीईओ कासी विश्वनाथन के साथ आमने-सामने बातचीत की और सबकुछ ठीक हो गया। विश्वनाथन ने अपनी बातचीत की जानकारी देने से इन्कार कर दिया, लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि सभी पक्षों के बीच स्वतंत्र, स्पष्ट और लंबी बातचीत हुई।
खुलकर हुई बातचीत
रविंद्र जडेजा के साथ बातचीत उनके टीम से जुड़ने के काफी समय पहले हुई थी। माना जा रहा है कि जडेजा ने अपनी नाराजगी का कारण और आगे वह क्या चाहते हैं इसे लेकर खुलकर बातचीत की। वहीं धोनी और विश्वनाथन ने अपनी ओर से पिछले सीजन में जो कुछ भी हुआ उसको लेकर सबकुछ साफ कर दिया। चेन्नई सुपर किंग्स के कैंप से जुड़े लोग यह नहीं खुलासा कर रहे हैं कि क्यों जडेजा नाराज हुए थे। रविंद्र जडेजा को बताया कि कप्तानी उनपर बोझ बन रही है और इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है। ऑलराउंडर को यह बात समझ में आ गई।
धोनी का बयान भी था नाराजगी का कारण
माना जा रहा है कि रविंद्र जडेजा कप्तानी वापस ले लेने और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने से नाराज थे। पिछले साल 10 मैच में उन्होंने 19 के औसत से 116 रन बनाए। 7.52 के औसत से 5 विकेट लिए, जो उनके जैसे ऑलराउंडर के लिए काफी खराब प्रदर्शन है। धोनी ने उनकी कप्तानी पर कहा था, ” मुझे लगता है कि जडेजा को पता था कि पिछले सीजन में वह इस साल कप्तानी करेंगे। पहले दो मैचों में मैंने उनकी मदद की और बाद में सबकुछ उनपर छोड़ दिया। मैंने उनसे कहा कि वह खुद फैसले लेंगे और जिम्मेदारी संभालेंगे। एक बार जब आप कप्तान बन जाते हैं, तो आप पर काफी जिम्मेदारी आती हैं। मुझे लगता है कि कप्तानी ने उनकी तैयारी और प्रदर्शन पर बोझ डाला।” यह बयान भी उनकी नाराजगी का कारण था।