वेंकट कृष्णा बी
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में सोमवार को एक दिलचस्प घटना घटी। अप्रत्याशित रूप से, एमएस धोनी के प्रशंसकों की एक बड़ी भीड़ ने सीएसके के अभ्यास मैच के दौरान कांच के पैनल वाले जिम रूम के बाहर अपने ‘थाला’ को चीयर करने के लिए ‘धोनी धोनी’ की जय-जयकार की। 25 मिनट तक तीनों गैलरियों से अपने प्रिय धोनी के लिए चीयर करने के बाद फैंस ने ‘बेन स्टोक्स’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। यह ध्वनि मैदान के चारों ओर एक आभासी लहर की तरह फैल गई और इसे सीएसके के भविष्य के बारे में सीएसके के फैंस के समर्थन के रूप में देखा गया। अतीत, वर्तमान और निकट भविष्य इंग्लैंड के करिश्माई बेन स्टोक्स को धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में इशारा कर रहा है।
धोनी के उत्तराधिकारी को लेकर अब तक कोई आधिकारिक शब्द नहीं आया है, लेकिन निश्चित आशा और विश्वास है कि स्टोक्स के रूप में चेन्नई को अपना उत्तराधिकारी मिल गया है। सीएसके के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह फैसला धोनी को लेना है और हमने उनकी पसंद पर छोड़ दिया है। हमारी भूमिका हमेशा धोनी द्वारा मांगी गई टीम को इकट्ठा करने के साथ समाप्त होती है और हम एक ऐसी टीम हैं जो हमेशा प्रक्रिया उन्मुख होती है। और यह प्रक्रिया तब से शुरू हो गई है जब दो मार्च को खिलाड़ी तैयारी शिविर के लिए शहर में उतरे थे।’
हालांकि, नेतृत्व के संकेत पहले से ही देखने को मिल रहे हैं, खासकर सीएसके के सोशल मीडिया हैंडल पर जहां स्टोक्स को पहले से ही ‘चुने हुए’ के रूप में पेश किया जा रहा है, जिसकी पृष्ठभूमि में तमिल फिल्मों के हिट नंबर चल रहे हैं। यहां तक कि रजनीकांत के गाने, जो आमतौर पर धोनी के लिए आरक्षित थे, पोस्ट में स्टोक्स के लिए पाए गए। भले ही टीम में ड्वेन ब्रावो, मैथ्यू हेडेन, माइक हसी, ब्रेंडन मैकुलम जैसे स्टारडम वाले विदेशी खिलाड़ी रहे हों, लेकिन बेन स्टोक्स का अब तक जिस तरह से स्वागत किया गया है, उसमें से किसी का भी वैसा स्वागत नहीं किया गया था।
जानकारों के मुताबिक, जब खिलाड़ियों की नीलामी से पहले चेन्नई ड्रॉइंग बोर्ड पर बैठा तो धोनी की इच्छा सूची में बेन स्टोक्स का नाम सबसे ऊपर था। राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के साथ अपने कार्यकाल के दौरान बेन स्टोक्स से वह पहले से ही परिचित हैं। धोनी और मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग लंबे समय से अंग्रेज ऑलराउंडर के प्रशंसक रहे हैं। साथ ही इंग्लैंड के कप्तान के रूप में जिस शानदार तरीके से बेन स्टोक्स लंबे प्रारूप में क्रांति ला रहे हैं, उसे भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यही नहीं, इंग्लैंड को वनडे और टी20 विश्व कप चैंपियन बनाने में भी बेन स्टोक्स की बड़ी भूमिका रही है।
यह समझा जाता है कि दिसंबर में खिलाड़ियों की नीलामी में स्टीफन फ्लेमिंग ने ब्रेंडन मैकुलम से भी इनपुट लिया। ब्रेंडन मैकुलम इंग्लैंड की रेड-बॉल टीम के कोच के रूप में बेन स्टोक्स के साथ काम कर रहे हैं। ब्रेंडन मैकुलम खिलाड़ी और उसके नेतृत्व गुणों के बारे में जानने के लिए अतीत में स्थापित चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे हैं। चूंकि बात जब उत्तराधिकार की योजना की है तो चेन्नई किसी भी चीज को हल्के में लेने को तैयार नहीं है।
चेन्नई सुपर किंग्स ने 2008 में अस्तित्व में आने के बाद 2021 में पहली बार उन्होंने कप्तान के रूप में एमएस धोनी से आगे देखने की कोशिश की। टीम मैनेजमेंट रविंद्र जडेजा के साथ आगे बढ़ा, लेकिन यह फैसला काम नहीं किया। वर्षों तक फ्रैंचाइजी ने कप्तानी की भूमिका के लिए टीम के भीतर से किसी को तैयार नहीं किया, फिर चाहे वह सुरेश रैना, ड्वेन ब्रावो, फाफ डुप्लेसिस रहे हों।
हालांकि, अब और नहीं। यह वह समय है जहां बेन स्टोक्स आते हैं। एक कप्तान के रूप में उनके (एमएस धोनी) कद से मेल खाते हों। मैदान हो या बाहर या बात स्टारडम की हो, बेन स्टोक्स किसी से पीछे नहीं हैं। जिस तरह विराट कोहली के रूप में भारत के पास एक ऐसा खिलाड़ी था, जिसने धोनी की जगह ले ली, चेन्नई के लिए बेन स्टोक्स के साथ ऐसा ही महसूस करने का हर कारण है।
छह महीने पहले जहां सीएसके के फैंस भी उदास था और फ्रेंचाइजी सोच रही थी कि उनका अगला कप्तान कब और कहां से आएगा, स्टोक्स के आने से सब कुछ बदल गया है। यह ऐसा है जैसे एक साम्राज्य को अंततः अपने वृद्ध राजा या चेन्नई के मामले में ‘थाला’ को बदलने के लिए एक शख्स मिल गया है, जो लंबे समय से अपने युवराज के आगमन की प्रतीक्षा कर रहा था।
अंदरूनी सूत्रों का यह भी मानना है कि यह साल बेन स्टोक्स के लिए सीएसके पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में जानने के लिए एकदम सही होगा। टीम मैनेजमेंट की योजना होगा कि वह खुद को खिलाड़ियों, प्रबंधन, प्रशंसकों और सीएसके के ब्रांड से परिचित कराएं।