प्रत्युष राज
Avinash Singh in RCB: इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) में तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) अपनी रफ्तार की वजह से सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ऊपर की रफ्तार से गेंदबाजी की। इस स्पीड के कारण उन्हें टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलने का मौका मिल गया। अब जम्मू-कश्मीर (Jammu – Kashmir) ने इंडियन क्रिकेट को एक और तेज गेंदबाज अविनाश सिंह दिया है। 23 दिसंबर 2023 को इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) के लिए मिनी ऑक्शन (Mini Auction) में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने 60 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा।
अविनाश सिंह (Avinash Singh) ने अपनी रफ्तार से केवल विराट कोहली (Virat Kohli) की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ही नहीं बल्कि कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR), लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG)और दिल्ली कैपिटल्स (DC) को भी इंप्रेस किया गया। आईपीएल ऑक्शन में आरसीबी के अलावा केकेआर ने भी उन्हें खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी।
अविनाश सिंह ने 154.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल में गेंद की (Avinash Singh bowled at a speed of 154.3 kmph in the trial)
द इंडियन एक्सप्रेस से फोन पर बात करते हुए अविनाश सिंह (Avinash Singh) ने कहा, ” सितंबर में मुंबई में आरसीबी का ट्रायल था। उन्हें मेरी गेंदबाजी एक्शन पसंद आई। मैंने कैंप में अच्छा किया। मैंने सबसे तेज 154.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की। मुझे ट्रायल देने के लिए कोलकाता, लखनऊ और दिल्ली की फ्रेंचाइजियों मे भी बुलाया। वह ट्रायल भी अच्छा गया। मुझे पूरी उम्मीद थी कि मैं खरीदा जाउंगा।”
अविनाश सिंह के सफर में कोच मयंक गोस्वामी की रही बड़ी भूमिका (Avinash Singh Coach played big role)
अविनाश सिंह (Avinash Singh) के यहां तक पहुंचने में कोच मयंक गोस्वामी की भूमिका काफी बड़ी रही है। उन्होंने ही अविनाश को पुणे में जाने माने कोच और बायोमैकेनिक्स एक्सपर्ट अशोक गायकवाड़ के पास भेजा था। इसका कारण था कि अविनाश इससे पहले टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे। उन्होंने लेदर बॉल से क्रिकेट नहीं खेला था। पुणे से लौटने के बाद उनके लेंथ और पेस में काफी सुधार देखने को मिला।
कोलकाता, लखनऊ और दिल्ली की फ्रेंचाइजी अविनाश सिंह को नेट बॉलर रखना चाहती थीं ( KKR, LSG and DC wanted to make Avinash Singh Net Bowler)
अविनाश सिंह (Avinash Singh) के कोच मयंक गोस्वामी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि कोलकाता, लखनऊ और दिल्ली की फ्रेंचाइजी उन्हें इस साल नेट बॉलर रखना चाहते थे। तीनों फ्रेंचाइजियां उन्हें अगले साल ऑक्शन में देखना चाहती थी, लेकिन आरसीबी उन्हें इसी साल चुनना चाहती थी। यही कारण है कि उन्होंने अविनाश के लिए बोली लगाई। कोच मयंक गोस्वामी ने यह भी बताया कि अविनाश सिंह (Avinash Singh) पहले से ही आरीसीबी (RCB) के ट्रेनर और फीजियो के साथ काम कर रहे हैं और वे उनकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं।