भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वह खेल के मैदान में आलोचनाओं की परवाह किए बिना प्रयोग करना जारी रखेंगे। उन्हें इसमें ‘जीवन में एक उद्देश्य मिल गया है।’ अश्विन इंडियन प्रीमियर लीग में अपने ‘सबसे बेहतरीन सत्र में से एक’ का लुत्फ उठा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस सीजन महज 11 विकेट लिए हैं, लेकिन उनका इकॉनमी रेट काफी कम रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बल्ले से भी 185 रन का शानदार योगदान दिया है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ उन्होंने जिस चतुराई से आंद्रे रसेल को अपनी फिरकी में फंसाया, उसे इस आईपीएल की सर्वश्रेष्ठ गेंदों में से एक माना जा रहा है। अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स की सोशल मीडिया टीम को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘जहां तक एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के तौर पर मेरा सवाल है तो यह एक बहुत ही अलग साल है। सच कहूं तो यह आईपीएल में मेरे सबसे सुखद वर्षों में से एक रहा है।’
अश्विन ने इस आईपीएल में काफी कुछ नया किया है। इसमें कभी फिनिशर (आखिरी ओवर्स में बल्लेबाजी) तो कभी बीच के ओवर्स में हिटर की भूमिका निभाना शामिल है। उन्होंने कहा, ‘इसका टीम के प्रदर्शन या क्वालिफिकेशन से कोई मतलब नहीं है। यह इस बारे में है कि मैंने अपने प्रदर्शन का कितना लुत्फ उठाया। जिस दिन मैं खेल में प्रयोग करना बंद कर दूंगा, जिस दिन उसके लिए मेरा जुनून खत्म हो जाएगा, उसी दिन मेरा खेल खत्म हो जाएगा।’
भारत की ओर से टेस्ट में दूसरे सबसे सफल स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा, ‘मैं उन बहुत भाग्यशाली लोगों में से एक हूं, जिन्होंने जीवन का उद्देश्य पाया है। मेरे लिए सबसे खुशी का पल केकेआर के खिलाफ मैच में आंद्रे रसेल को आउट करना था। मैं वास्तव में मानता हूं कि वहां से मैच का रुख पलट गया।’
रविचंद्रन अश्विन ने आगे कहा, ‘एक दिन पहले मैंने उसका अभ्यास किया था और पहली बार मैदान में उसे करने में सफल रहा। अगर यह सफल नहीं होता तो मैं आलोचना सुनने के लिए तैयार था।’