भारत में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) प्लान B तैयार कर चुका है। रिपोर्ट्स की मानें तो मौजूदा दक्षिण अफ्रीका के बाद भारतीय खिलाड़ियों को एक बार फिर इस देश में लौटना पड़ सकता है। दरसअल बीसीसीआई 15वें सीजन के लिए विकल्प के तौर पर साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के नाम पर विचार कर रहा है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि,’हर समय हम यूएई पर ही निर्भर नहीं कर सकते। इसलिए हमने अब आगे कुछ और सोचने का निर्णय लिया है। साउथ अफ्रीका का समय हमारे खिलाड़ियों को भी काफी सूट करता है।’ आपको बता दें कि 2009 में साउथ अफ्रीका में आईपीएल का आयोजन हुआ था।
पिछले कुछ सालों में कई बार खिलाड़ियों ने आईपीएल के दौरान समय को लेकर शिकायतें की थीं। देर रात्रि में मैच खत्म होने के कारण खिलाड़ियों को आराम करने का भी पूरा समय नहीं मिल पाता है। वहीं दक्षिण अफ्रीका का समय भारत से करीब साढ़े 3 घंटे पीछे है। ऐसे में अगर 4 बजे वहां शाम का मैच शुरू होगा तो भारत में शाम का 7.30 बजा होगा। इससे देर रात मैच नहीं खत्म होंगे।
वहीं भारत की मौजूदा सीरीज और इससे पहले इंडिया-ए के टूर पर क्रिकेट साउथ अफ्रीका द्वारा काफी अच्छ प्रबंध करने का फीडबैक बीसीसीआई को मिला है। बायो-बबल में रहने के बावजूद टीम को बड़े-बड़े होटल और रिजॉर्ट्स की सुविधाएं मिल रही हैं। इससे भारतीय बोर्ड काफी प्रभावित है। ऐसे में बोर्ड 10 टीमों वाले 15वें सीजन के लिए प्लान B के तहत यहां को लेकर विचार कर सकता है।
बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि,’दूसरे टेस्ट के दौरान जिस जगह भारतीय टीम रुकी थी वह काफी विशाल जगह थी। वहां टहलने के लिए ट्रैक और घूमने के लिए एक तालाब भी था। इस जगह ने खिलाड़ियों के लिए काफी कुछ मानसिक तौर पर आसान भी कर दिया जो पिछले दो सालों से विदेशी दौरे पर कमरों में ही कैद रहते थे।’
गौरतलब है कि यह दौरा शुरू होने से पहले ओमिक्रॉन के कारण काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। इस सीरीज से पहले जारी इंडिया-ए का कार्यक्रम भी खतरे में पड़ गया था। बीसीसीआई के दबाव के बाद इस दौरे को आगे भी बढ़ाया गया और टी20 सीरीज को स्थगित किया गया।
मौजूदा वक्त में ये सीरीज बिना किसी बाधा के अभी तक जारी है। दो टेस्ट मैच हो चुके हैं और तीसरा केपटाउन में खेला जा रहा है। इसके बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। यही कारण है कि यहां कोरोना के गिरते ग्राफ के कारण बोर्ड इस देश को विकल्प के तौर पर रख रहा है।