भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इंडियन प्रीमियर लीग की मेगा नीलामी का आयोजन 12 और 13 फरवरी को बेंगलुरु में करेगा। आईपीएल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बुधवार 22 दिसंबर 2021 को यह जानकारी दी। यह आईपीएल की आखिरी मेगा नीलामी हो सकती है, क्योंकि अधिकांश मूल आईपीएल टीमें अब इसे बंद करना चाहती हैं।
अभी हालांकि बीसीसीआई की तरफ से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज ने आईपीएल फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी के हवाले से इस बात की पुष्टि कर दी है। अधिकारी के मुताबिक, गुरुवार को आईपीएल के अधिकारियों ने सभी फ्रेंचाइजीज को कॉल करके इन तारीखों की जानकारी दी।
इससे पहले बुधवार को बोर्ड के एक पदाधिकारी ने कहा था कि, ‘कोरोना महामारी के कारण स्थिति खराब नहीं होने की दशा में आईपीएल की मेगा नीलामी भारत में होगी। दो दिवसीय नीलामी सात और आठ फरवरी को बेंगलुरू में होगी। इसकी तैयारियां चल रही हैं।’
ऐसी खबरें थी कि नीलामी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होगी, लेकिन बीसीसीआई की फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले बढ़ने की दशा में विदेश यात्रा को लेकर प्रतिबंध हो सकते हैं। इस कारण नीलामी को भारत में कराना आसान होगा।
आपको बता दें कि इस साल का आईपीएल 10-टीमों वाला होगा। इसमें संजीव गोयनका की लखनऊ फ्रैंचाइजी के साथ वेंचर कैपिटल फर्म सीवीसी के स्वामित्व वाली अहमदाबाद का दुनिया की सबसे महंगी घरेलू क्रिकेट लीग में पदार्पण होगा।
चूंकि लखनऊ और अहमदाबाद की नई टीमें टूर्नामेंट से जुड़ गई हैं। दोनों टीमें के पास ड्रॉफ्ट में से चुने गए तीन खिलाड़ियों का ऐलान करने के लिए क्रिसमस तक का समय है। हालांकि, सीवीसी बीसीसीआई से अपने आशय पत्र का इंतजार कर रहा है। उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। माना जा रहा है कि बीसीसीआई उन्हें अतिरिक्त समय दे सकता है।
अधिकांश टीमों का मानना है कि हर तीन साल में नीलामी होने पर टीम संयोजन बिगड़ जाता है। दिल्ली कैपिटल्स के सह मालिक पार्थ जिंदल ने तो कहा था कि टीम बनाने में इतनी मेहनत करने के बाद खिलाड़ियों को फारिग करना काफी कठिन होता है।
जिंदल ने 30 नवंबर को खिलाड़ियों को रिटेन करने की घोषणा के बाद कहा था, ‘श्रेयस अय्यर, शिखर धवन, कगिसो रबाडा और अश्विन को खोना बहुत दुखद है। नीलामी की प्रक्रिया ही कुछ इस प्रकार है। आगे जाकर आईपीएल को इस पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ऐसा नहीं है कि आप एक टीम बनाते हैं, युवा खिलाड़ियों को मौका देते हैं, उन्हें तैयार करते हैं और फ्रैंचाइजी की ओर से उन्हें अवसर देते हैं, देश के लिए खेलते हैं और फिर आप उन्हें तीन साल बाद खो देते हैं।’