भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दिनेश कार्तिक को फटकार लगाई है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की आचार संहिता के उल्लंघन के लिए फटकार लगाई गई है। आईपीएल की आचार संहिता का उल्लंघन बुधवार यानी 25 मई 2022 को कोलकाता के ईडन गार्डन में लखनऊ सुपर जाइंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बीच खेले गए एलिमिनेटर मुकाबले के दौरान हुआ है। बीसीसीआई ने दिनेश कार्तिक को सजा तो सुना दी है, लेकिन इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उन्होंने कौन सा अपराध किया था। आरसीबी ने एलिमिनेटर मैच में लखनऊ सुपर जाइंट्स को 14 रन से हरा दिया था।
बीसीसीआई की ओर से जारी बयान में यह जिक्र नहीं है कि दिनेश कार्तिक ने वास्तव में अपराध क्या किया था। बयान में कहा गया है, ‘दिनेश कार्तिक ने आईपीएल आचार संहिता के नियम 2.3 के अंतर्गत लेवल एक का अपराध और सजा स्वीकार कर ली है। आचार संहिता के तहत लेवल एक के अपराध में मैच रैफरी का फैसला अंतिम और बाध्य होता है।’
दिनेश कार्तिक ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एलिमिनेटर मैच में 23 गेंद में 37 रन की बहुमूल्य पारी खेली थी। उन्होंने रजत पाटीदार के साथ 41 गेंद में 92 रन की नाबाद साझेदारी भी की थी। उस मैच में रजत पाटीदार ने 54 गेंद पर नाबाद 112 रन बनाए थे। उनकी पारी में 12 चौके और सात छक्के शामिल थे।
दिनेश कार्तिक को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैच की टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। दिनेश कार्तिक को एक प्रभावशाली आईपीएल सीजन के बाद टीम में जगह मिली है। आईपीएल 2022 में उन्होंने कई मुकाबलों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए फिनिशर और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
टीम इंडिया में चुने जाने के बाद कार्तिक ने ट्विटर पर आरसीबी की ओर से शेयर किए गए वीडियो में कहा था, ‘बहुत खुश, बहुत, बहुत संतोषजनक… कहना चाहिए कि यह शायद मेरी सबसे खास वापसी है, क्योंकि बहुत सारे लोगों ने मुझे हारा हुआ मान लिया था।’ कार्तिक ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं और भारतीय टीम प्रबंधन का भी आभार व्यक्त किया था।
दिनेश कार्तिक ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में करीब 3 साल बाद वापसी की है। उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2019 वनडे वर्ल्ड कप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया सेमीफाइनल था। उस मैच में दिनेश कार्तिक 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे और सिर्फ 6 रन ही बना पाए थे।