बीसीसीआई ने पूरी की विराट कोहली की ख्वाहिश, IPL 2021 से हटाया विवादास्पद ‘सॉफ्ट सिग्नल’ नियम
IPL: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि इंडियन प्रीमियर लीग 2021 में थर्ड अंपायर के पास फैसला भेजने से पहले मैदानी अंपायर के पास सॉफ्ट सिग्नल देने का कोई अधिकार नहीं होगा।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 की शुरुआत से पहले टीम इंडिया खासतौर पर कप्तान विराट कोहली के लिए खुशखबरी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दुनिया की इस सबसे महंगी घरेलू क्रिकेट लीग में सॉफ्ट सिग्नल के विवादास्पद नियम को हटा दिया है। इसके अलावा थर्ड अंपायर को अब मैदानी अंपायर के नोबॉल और शॉर्ट रन के फैसले को भी बदलने का अधिकार दे दिया गया है।
हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवर फॉर्मेट की सीरीज के दौरान अंपायर्स के कई फैसले भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ गए थे। इसे लेकर कप्तान विराट कोहली ने निराशा जताई थी। उन्होंने सॉफ्ट सिग्नल जैसे नियम को हटाने की मांग की थी। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार, बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि अब थर्ड अंपायर के पास फैसला भेजने से पहले मैदानी अंपायर के पास सॉफ्ट सिग्नल देने का कोई अधिकार नहीं होगा। अब तक किसी खिलाड़ी के फैसले को लेकर जब मैदानी अंपायर्स तीसरे अंपायर की ओर जाते थे, तो उन्हें सॉफ्ट सिग्नल के तहत पहले अपना फैसला देना होता था। हालांकि, अब मैदानी अंपायर को ऐसा कुछ नहीं करना होगा।
एजेंसी ने बीसीसीआई के सूत्र के हवाले से लिखा, ‘मैदानी अंपायर के द्वारा सॉफ्ट सिग्नल देने से कई बार थर्ड अंपायर के पास ऊहोपोह की स्थिति पैदा हो जाती थी। इसी कारण हम ऐसा सोच रहे हैं कि अंपायरिंग के पुराने तरीके को ही अपनाना चाहिए।’
‘सबूतों के अभाव’ की बलि चढ़ गए थे सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव ने 18 मार्च 2021 को अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय पारी में 31 गेंद में 57 रन बनाए थे। उन्होंने करियर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा था। उन्होंने 28 गेंद में अर्धशतक पूरा कर लिया था। सैम करन ने 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्हें आउट किया। डेविड मलान ने उनका कैच पकड़ा। हालांकि, टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद मलान के हाथ में आने से पहले जमीन को छू गई थी, लेकिन मैदानी अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल के चलते सूर्यकुमार यादव को पवेलियन लौटना पड़ा था।
भड़क गए थे विराट कोहली
सूर्यकुमार यादव को इस तरह आउट देने से विराट कोहली काफी नाराज थे। उन्होंने मैच के बाद अंपायर्स के लिए ‘मुझे नहीं पता’ नियम लागू करने की मांग की थी। कोहली की दलील थी कि जब अंपायर्स के पास आउट या नॉटआउट देने का फैसला देने का अधिकार है तो उनके पास ‘उन्हें नहीं पता’ इस्तेमाल करने का विकल्प क्यों नहीं है?