आईपीएल के 13वें सीजन के 41वें मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को मुंबई इंडियंस के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है। उसके 11 मैच में 6 अंक हैं और तीन मैच जीतने पर भी 12 अंक ही होंगे। मुंबई के खिलाफ मैच में चेन्नई ने अपने दो युवा बल्लेबाजों को मौका दिया। उसने ऋतुराज गायकवाड़ और नारायण जगदीशन को मौका दिया। दोनों शून्य पर आउट हो गए। इससे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की एक बात सच साबित हो गई।
दरअसल, धोनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 19 अक्टूबर को मिले हार के बाद कहा था कि उन्हें युवाओं में स्पार्क नहीं दिखा। उन्होंने कहा था, ‘‘अब तक किसी युवा खिलाड़ी ने ऐसा कुछ नहीं किया है कि बदलाव के लिए बाध्य होना पड़े। आप बार-बार बदलाव नहीं करना चाहते। आप नहीं चाहते कि ड्रेसिंग रूम में असुरक्षा की भावना हावी हो। साथ ही युवा खिलाड़ियों में हमने वह चमक नहीं देखी कि बदलाव के लिए बाध्य होना पड़े।’’ इस बयान के बाद धोनी की काफी आलोचना हुई थी। भारत के पूर्व क्रिकेटर के श्रीकांत ने कहा था कि केदार जाधव में क्या स्पार्क देखा था जो उन्हें मौका दिया।
धोनी ने मुंबई के खिलाफ ऋतुराज गायकवाड़ और नारायण जगदीशन के अलावा पिछले साल सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज इमरान ताहिर को टीम में शामिल किया। गायकवाड़ को ओपनिंग करने के लिए भेजा गया। वे पहले ही ओवर में ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। इसके बाद अगले जसप्रीत बुमराह की आउटस्विंगर पर जगदीशन चलते बने। उन्होंने स्लिप में खड़े सूर्यकुमार यादव को कैच थमा। वे भी खाता नहीं खोल पाए।
धोनी की टीम नौ विकेट पर 114 रन ही बना सकी। चेन्नई ने पांच विकेट पावरप्ले के भीतर ही गंवा दिए थे। आईपीएल इतिहास में पहली बार टीम के 5 बल्लेबाज पावरप्ले में आउट हो गए। सैम करन ने 52 रन की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में रोहित शर्मा के बिना उतरी मुंबई ने 12.2 ओवर में बिना किसी नुकसान के लक्ष्य हासिल कर लिया क्विंटॉन डिकॉक ने 37 गेंद में पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 46 रन बनाए जबकि ईशान ने 37 गेंद में 68 रन जोड़े जिनमें पांच छक्के और छह चौके शामिल थे।