इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने अपनी ही टीम के कप्तान जो रूट को आउट करने का तरीका बताया है। वहीं वीवीएस लक्ष्मण ने चौथे टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की सलाह दी है। लक्ष्मण का मानना है कि अश्विन के टीम में होने से रूट पर दबाव बढ़ेगा।
हार्मिसन अनुसार, भारत को अगर जो रूट को ओवल में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट में रन बनाने से रोकना है तो उनके मनपसंद स्कोरिंग एरिया पर रोक लगाना होगा और उनके धैर्य की परीक्षा लेनी होगी। हार्मिसन ने ईएसपीएनक्रिकइंफो ‘मैच डे’ पर कहा, ‘अगर मैं गेंदबाज रहता तो रूट के खिलाफ उन्हीं जगहों पर फील्ड सेटिंग में परिवर्तन करता, जहां पर वह सबसे अधिक रन बना रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘रूट जैसे बल्लेबाज को रोकने के लिए आपको उन्हें सबसे पहले रन बनाने और स्ट्राइक रोटेट करने से रोकना होगा। आप ऐसा तभी कर सकते हैं जब उन क्षेत्रों में फील्डिंग में परिवर्तन करें, जहां पर वह सबसे अधिक रन बना रहे हैं।’
जो रूट भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लगातार बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होने अब तक 3 टेस्ट मैंच में 126 के औसत से 507 रन बनाए हैं। जिस तरह से उनके बल्ले से रन निकल रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि टीम इंडिया के पास उन पर अंकुश लगाने का कोई तोड़ नहीं है या फिर भारतीय गेंदबाजों के सभी प्लान फेल हो रहे हैं।
हार्मिसन ने कहा, ‘रूट एक शानदार बल्लेबाज हैं। एक गेंदबाज के तौर पर आप उन्हें जल्दी आउट करना चाहते हैं, क्योंकि पारी की शुरुआत में रूट जब 20-30 गेंद खेल लेते हैं या फिर जल्दी से 20-30 रन बना लेते हैं तो उन्हें रोकना या आउट करना काफी मुश्किल हो जाता है।’
बता दें कि रूट लगातार थर्डमैन और पॉइंट के एरिया में काफी रन बना रहे हैं। पिछले मैच में रूट ने इस एरिया में 50 फ़ीसदी से ज्यादा रन बनाए थे। इस संदर्भ में हार्मिसन ने कहा, ‘अगर भारतीय गेंदबाज रूट को आउट करना चाहते हैं तो खासतौर पर फील्ड सेट-अप में ध्यान देना होगा। रूट को उन इलाकों में रन बनाने से रोकना होगा जहां वह लगातार अपने शॉट्स को खेल कर रन बना रहे हैं।’
हार्मिसन ने कहा, ‘उनके ज्यादातर रन थर्डमैन के इलाके से आ रहे हैं। अगर वहां का खिलाड़ी ऊपर रहता है तो रूट वहां से चौका निकाल लेते हैं। अगर फील्डर डीप थर्डमैन में रहता है तो वह सिंगल बटोर कर स्ट्राइक बदलते रहते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजों को इस बात पर भरोसा रखना होगा कि जब भी वह अपनी पारी की शुरुआत करते हैं, ऑफ स्टंप और उसके करीब की गेंदों पर एक डर तो रहता है कि कोई भी गेंद बाहर या अंदर आ सकती है। ऐसी ही एक गेंद पर रूट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आउट हो चुके हैं।’
गेंदबाजी में अनुशासन की बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले मैच में रूट और डेविड मलान दोनों को ऑफ स्टंप के काफी बाहर गेंद फेंकी गईं और दोनों ने विकेट के दोनों तरफ काफी रन बनाए थे। भारतीय गेंदबाजों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा।’
भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, ‘जब भी एक बल्लेबाज अपने सबसे बेहतरीन फॉर्म में होता है तब आप एक गेंदबाज के तौर पर ज्यादा प्रयोग नहीं करना चाहते हैं। आप सिर्फ उसी एरिया में गेंदबाजी करना चाहते हैं, जिस एरिया में उसे परेशानी होती है। रूट के लिए अभी सबसे कठिन एरिया अनिश्चितता का गलियारा है।’
उन्होंने कहा, ‘कुल मिलाकर ज्यादातर बार वह अब तक ऑफ स्टंप के आसपास की गेंदों पर ही आउट हुए हैं। (जसप्रीत) बुमराह हो या फिर कोई और गेंदबाज, रूट हमेशा इसी लाइन की गेंदों पर आउट हुए हैं। मैं चाहूंगा कि भारतीय गेंदबाज इसी लाइन पर गेंदबाजी करते रहें और रूट के धैर्य की भी परीक्षा लें।’
भारत की प्लेइंग इलेवन में रविचंद्रन अश्विन को शामिल करने की बात पर लक्ष्मण ने कहा, ‘रूट को आउट करने या उन पर दबाव बनाने का एक और तरीका है कि अश्विन को टीम में लिया जाए। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जब कोई बल्लेबाज फॉर्म में होता है तो वह बखूबी समझता है कि विपक्षी गेंदबाज किस तरीके की योजना के साथ गेंदबाजी कर रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘साथ ही साथ वह उस गेंदबाजी को खेलने के लिए तैयार रहता है। ऐसे में अगर एक नया गेंदबाज आएगा तो उस बल्लेबाज के सामने एक नई चुनौती भी होगी। अश्विन राउंड द विकेट गेंदबाजी कर के गेंद को बल्लेबाज से दूर ले जाते हैं और उनको परेशान करते हैं, ठीक वही लाइन रूट के खिलाफ भी इस्तेमाल में लाई जा सकती है।’