विराट कोहली बोले- ‘टी20 मोड से बाहर नहीं आए खिलाड़ी,’ 31 साल बाद टीम इंडिया पर लगातार छठी हार का खतरा
India vs Australia 3rd Odi: सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में मिली दो हार ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुत बड़ा अंतर होने का खुलासा कर दिया है। भारत करीब दो महीने तक टी20 क्रिकेट खेलने के बाद 50 ओवर्स के फॉर्मेट में खुद को ढाल रहा है।

India vs Australia 3rd Odi: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की सीरीज का आखिरी वनडे 2 दिसंबर को कैनबरा के मैदान पर खेला जाना है। ऑस्ट्रेलिया शुरुआती दोनों मैच जीतकर सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी है। कैनबरा में उसकी कोशिश भारत को मात देकर सीरीज क्लीन स्वीप करने पर होगी। अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। टीम इंडिया 31 साल बाद पहली बार लगातार 6 वनडे हारेगी। हालांकि, विराट कोहली की बातों से कुछ ऐसे ही संकेत मिले हैं।
टीम इंडिया ने आखिरी बार लगातार 6 या उससे ज्यादा मैच 7 मार्च 1989 से 15 अक्टूबर 1989 के दौरान गंवाए थे। तब वेस्टइंडीज ने घरेलू सीरीज में भारत के खिलाफ 6 वनडे मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। इसके बाद भारत 7वां मैच शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ हारा था। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में दिलीप वेंगसरकर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे, जबकि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में टीम इंडिया की कमान कृष्णामचारी श्रीकांत के हाथों में थी। हालांकि, उसके बाद कभी ऐसा नहीं हुआ कि टीम इंडिया को लगातार 6 वनडे मुकाबलों में शिकस्त झेलनी पड़ी हो।
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर लगातार दो वनडे हारने के कारण भारतीय टीम लगातार पांच वनडे मैच हार चुकी है। इससे पहले उसे फरवरी में न्यूजीलैंड से तीन वनडे मैचों में हार मिली थी। नियमित गेंदबाजों के बैकअप के लिए गेंदबाजी विकल्प की कमी और वनडे प्रारूप में खुद को तेजी से ढालने में असमर्थ होने के कारण भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों सीरीज गंवानी पड़ी है, जबकि एक मैच और खेला जाना बाकी है।
सिडनी में मिली दो हार ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुत बड़ा अंतर होने का खुलासा कर दिया है। भारत करीब दो महीने तक टी20 क्रिकेट खेलने के बाद 50 ओवर्स के फॉर्मेट में खुद को ढाल रहा है। कप्तान विराट कोहली ने पहले वनडे में मिली हार के बाद कहा था कि खिलाड़ी अब तक टी20 मोड से बाहर नहीं आए हैं। उन्होंने कहा था, ‘हम टी 20 क्रिकेट खेल रहे हैं। संभवत: जिसका असर हो सकता है। 25 ओवर के बाद बॉडी लैंगवेज अच्छी नहीं थी।’ हालांकि, भारत की सबसे बड़ी चिंता एक ऑलराउंडर के विकल्प की कमी रही है, जो नियमित गेंदबाजों को बैक-अप के रूप में काम कर सके।
मेहमान टीम ने रविवार को पूरी तरह से फिट नहीं दिख रहे हार्दिक पंड्या से गेंदबाजी कराने की कोशिश की और अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अगर उन्हें बुधवार को होने वाले तीसरे और अंतिम मैच में जीत हासिल करनी है, तो पंड्या को अधिक ओवर फेंकने पड़ सकते हैं। चूंकि वह गेंदबाजी करने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए उनके लिए यह कठिन और जोखिम भरा हो सकता है।
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल हाल के दिनों तक वनडे में भारत के मैच विजेता स्पिनर थे। उन्होंने दोनों मैचों में 20 ओवरों में 160 रन दिए, जिसमें उन्हें सिर्फ एक ही विकेट मिला। भारत को अब कुलदीप यादव की तरफ जाना पड़ सकता है, जिन्होंने हाल के दिनों में बहुत अधिक मैच नहीं खेले है।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन, टेलीग्राम पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App। Online game में रुचि है तो यहां क्लिक कर सकते हैं।