Prithvi Shaw Video Interview: युवा ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की टीम इंडिया (Team India) में लगभग डेढ़ साल बाद वापसी हुई है। न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में उनका चयन हुआ है। उन्होंने BCCI.tv को दिए इंटरव्यू में बताया कि जब न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ सीरीज के लिए टीम का ऐलान हुआ तो वह सो रहे थे और उनका फोन साइलेंट पर था। वह वॉशरूम जाने के लिए उठे तो उन्होंने अपना फोन देखा तो काफी कॉल और मैसेज आए थे। उनका फोन हैंग हो गया था।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने BCCI.tv पर कहा, ” मैं काफी समय से इस टीम का हिस्सा नहीं था, लेकिन मैं वापसी करके खुश हूं। मेरे पिता भी काफी खुश थे। मैंने काफी कड़ी मेहनत की है इसलिए वास्तव में खुश हूं। देर रात टीम की घोषणा की गई, मेरे ख्याल से रात करीब 10.30 बजे। जब मुझे पता चला तो मैं सो रहा था और मेरा फोन साइलेंट पर था। मैं वॉशरूम जाने के लिए उठा और मैंने अपना फोन देखा और ढेर सारे कॉल और मैसेज थे। मेरा फोन हैंग हो रहा था। मैं सोच रहा था कि क्या हुआ। फिर मैंने देखा कि मेरा चयन टी20 के लिए हो गया।”
पिता ने क्या संदेश दिया
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने आगे बताया, ” जश्न नहीं मना क्योंकि मैं उस समय असम में खेल रहा था लेकिन वह (डैड) काफी खुश थे। उन्होंने कहा कि टीम में वापस आ गए तो अपना फोकस रखो। यदि आपको मौका मिले, तो रन बनाना और टीम को जीत दिलाना। पिछले कुछ साल उतार-चढ़ाव भरे रहे। और आप रोज कुछ न कुछ सीखते हैं। मैंने बस इस पर कड़ी मेहनत की और जितना हो सके कूल रहने की कोशिश की। मैंने खुद पर काम किया और अपनी दिनचर्या ठीक करने पर ध्यान दिया। लोग कहते हैं कि अगर प्रॉसेस सही है, तो आप 2-3 मैचों में खराब खेल सकते हैं, लेकिन अंत में आपको बड़े रन बनाएंगे।”
जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं अपना 100% दूंगा
टीम इंडिया में लंबे समय तक चयन न होने पर पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने कहा, “मैंने 5 टेस्ट मैच खेले और फिर मैं कुछ समय के लिए बाहर था और मुझे कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं। पहले मैं इतनी बल्लेबाजी नहीं करता था। मैं लगभग 40-45 मिनट बल्लेबाजी करता था। उसके बाद मैंने अपनी तकनीक को सही करने के लिए मुंबई में अपने कोच के साथ कुछ घंटों के लिए बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया। मैं वर्तमान में रहना पसंद करता हूं इसलिए मैं वास्तव में आगे के बारे में ज्यादा नहीं सोचूंगा। अगर आप इस सीरीज की बात करें तो मैं चाहता हूं कि भारत जीते। जब मैं भारत के लिए खेलता हूं तो निश्चित रूप से मेरे दिमाग में यही पहली बात आती है। दूसरी बात, जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं अपना 100% दूंगा। “