India vs Australia: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) गुरुवार से शुरू होगी। इससे पहले टीम इंडिया की प्लेइंग 11 (Team India Playing 11) को लेकर दिग्गज कपिल देव (Kapil Dev) ने बड़ा बयान दिया है। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के साथ केएल राहुल (KL Rahul) और शुभमन गिल (Shubman Gill) में से ओपनिंग कौन करे इसे लेकर बहस जारी है। कपिल देव (Kapil Dev) के अनुसार अगर शुभमन गिल (Shubman Gill) खेलते हैं तो उन्हें बतौर ओपनर ही खेलना चाहिए। केएल राहुल (KL Rahul) केवल उपकप्तान हैं, इसलिए उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल नहीं करना चाहिए। अगर वह टीम में फिट नहीं बैठ रहे तो उन्हें बाहर बैठाना चाहिए।
कपिल देव (Kapil Dev) से अनकट पर केएल राहुल (KL Rahul) और शुभमन गिल (Subhman Gill) को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने यह बयान दिया। उन्होंने शुभमन गिल (Subhman Gill) को लेकर कहा, ” जब हम क्रिकेट खेलते हम कहते थे मैन इन फॉर्म इज इंपॉर्टेंट। आज के समय देखा जाए तो इनसे बेहतर फॉर्म किसकी है। सब लड़के अच्छा खेल रहे है, लेकिन ये उनसे ज्यादा बेहतर खेल रहे हैं। एक साल डेढ़ साल पहले के गिल और आज के गिल में जमीन आसमान का फर्क है। सिर्फ शॉट खेलने में फर्क नहीं एटिट्यूड में फर्क है। मुझे लगता है इस समय उन्हें मच्योरिटी मिल रही है। ऐसे प्लेयर को आज नहीं खिलाओगे तो कहीं सुपरस्टार प्लेयर बनने की मच्योरिटी शायद सिर्फ स्टार प्लेयर बनकर रह जाए। “
शुभमन गिल को नंबर-5 पर भेजने का फायदा नहीं
कपिल देव ने आगे कहा, ” शुभमन गिल (Subhman Gill) को नंबर 5 पर भेजने का कोई फायदा ही नहीं है। मत खिलाओ। अगर वो लड़का ओपनिंग में इतनी बेहतरीन बैटिंग कर रहा है तो क्यों उसपर प्रेसर डालना और क्यों इसीलिए खिलाना कि खिलाना ही है। जब खिलाना है तो कोशिश करो जहां उनकी पोजिशन है वहीं खेलें। ओपनिंग बड़ी टेक्निक पोजिशन है। आप कह सकते हैं कि नंबर- 4 और नंबर-7 को कोई फर्क नहीं है, लेकिन ओपनर जो होता है ओपनर होता है। इसलिए मुझे लगता है कि शुभमन गिल अगर खेलते हैं तो उन्हें ओपन ही करना चाहिए।”
केएल राहुल को लेकर क्या बोले कपिल देव
कपिल देव (Kapil Dev) ने केएल राहुल (KL Rahul) को लेकर सवाल पर कहा, ” केएल राहुल उपकप्तान है तो क्यों नहीं ड्रॉप किया जा सकता? टीम की कॉम्बिनेशन देखना चाहिए। यह देखना चाहिए कि किसकी जरूरत है। इंडिया में मुझे नहीं लगता कोई वाइस कैप्टन होता है, ये तो अभी सुनने को आया है। उस समय हम देखते थे कि हर मैच में अलग होता था। हां वह बहुत सुलझे हुए हैं। मेरे बहुत पसंदीदा क्रिकेटर हैं। मैं उनको बहुत बेहतर मानता हूं, लेकिन अगर वह फिट नहीं होते टीम में ठीक है। टीम पहले आती है। शायद कप्तान और मैनेजमेंट को लगता है कि उन्हें कहीं भी फिट किया जा सकता है। कुछ प्लेयर्स ऐसे लकी होते हैं। राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) भी ऐसे बहुत मैच खेले। कुछ नहीं तो विकेटकीपिंग करा लो ओर खिला लो। “