India vs Australia: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल कास्प्रोविच का मानना है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारत में पिचों को लेकर मची ‘हाइप’ समझ से परे है। माइकल कास्प्रोविच का कहना है कि वे विशुद्ध भारतीय विकेट हैं और ऑस्ट्रेलिया को उनके अनुरूप ढलना होगा।
भारत में 29 साल पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली जीत के शिल्पकारों में रहे कास्प्रोविच ने ‘द ऐज’ से कहा, ‘मुझे यह हाइप समझ में नहीं आ रही। ये पारंपरिक भारतीय विकेट हैं और पता नहीं इन्हें लेकर इतना हल्ला क्यों हो रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘इंदौर टेस्ट में विकेट ज्यादा टर्न ले रहा था, लेकिन संभव है कि मैच सुबह जल्दी शुरू होने के कारण शायद थोड़ी नमी रही हो। दिन में बाकी समय उतना टर्न नहीं मिल रहा था।’
भारत ने नागपुर और दिल्ली टेस्ट जीते लेकिन इंदौर में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की। पहले दो टेस्ट की पिचों को आईसीसी ने ‘औसत ’ करार दिया जबकि इंदौर की पिच को ‘खराब’ कहा। पूर्व कप्तान मार्क टेलर और मार्क वॉ समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने इंदौर की पिच की निंदा की।
माइकल कास्प्रोविच ने कहा, ‘मुझे 1998 का बेंगलुरू टेस्ट याद है, जहां सूखी पिच दिख रही थी। उस पर कोई घास नहीं थी लेकिन दरारें थी। आपको हालात से सामंजस्य बिठाना होता है। आखिर यह टेस्ट क्रिकेट है।’ चौथा टेस्ट नौ मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा।
भारत ने नागपुर और नई दिल्ली में पहले दो टेस्ट जीते थे, जहां पिचों को आईसीसी की ओर से औसत रेटिंग मिली थी। इंदौर में पिच को खराब दर्जा दिया गया था। वहां ऑस्ट्रेलिया ने नौ विकेट से मैच जीत लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर और मार्क वॉ समेत अधिकांश विशेषज्ञ ने इंदौर की पिच की आलोचना की थी। हालांकि, सुनील गावस्कर ने यह कहकर आईसीसी को फटकार लगाई थी कि गाबा के समय मैच रेफरी कौन था, जहां दो दिन में ही मैच खत्म हो गया था।