Ind vs Aus 4th ODI Playing 11, India vs Australia: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इन खिलाड़ियों को मिला मौका
India vs Australia: भारत की अंतिम एकादश में भुवनेश्वर कुमार को मोहम्मद शमी की जगह उतारा जाएगा। शमी को तीसरे मैच में पैर में चोट लगी थी।

Ind vs Aus, India vs Australia 4th ODI Today Cricket Match, Playing 11: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे ए दिवसीय क्रिकेट मैच के लिए भारतीय टीम भारतीय टीम रविवार को मोहाली के मैदान पर उतरेगी। इस मैच में सब की नजरें युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर लगी होंगी, जो शानदार प्रदर्शन कर विश्व कप टीम के लिए अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे। कप्तान विराट कोहली विश्व कप 2019 के सभी संभावित खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं। इसी वजह से माना जा रहा है कि पंत को टीम प्रबंधन बाकी दो मैचों में खिला सकता है। महेंद्र सिंह धोनी को सीरीज के बाकी दो मैचों के लिए आराम दिया गया है और पंत विकेट के पीछे नजर आ सकते हैं। इससे पहले वह बतौर विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में मैच खेल चुके हैं।
भारत की अंतिम एकादश में भुवनेश्वर कुमार को मोहम्मद शमी की जगह उतारा जाएगा। शमी को तीसरे मैच में पैर में चोट लगी थी। उन्हें एहतियात के तौर पर आराम दिया गया है। कोहली ने तीसरे वनडे के बाद कहा था, ‘अगले दो मैचों में टीम में कुछ बदलाव होंगे। इसका लक्ष्य लड़कों को मैच जिताने वाला प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करना है और वे भी विश्व कप टीम में शामिल होने के लिए सर्वश्रेष्ठ फार्म हासिल करना चाहेंगे।’
संभावित प्लेइंग इलेवन–
भारत : शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केदार जाधव, विजय शंकर, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह।
ऑस्ट्रेलिया : एरोन फिंच (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल, एश्टन टर्नर, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), झेाय रिचर्डसन, पैट कमिंस, जेसन बेहरेनडोर्फ, एडम ज़म्पा।
Highlights
कोहली अगर मोहाली वनडे में भी शतक जड़ देते हैं तो वह दो बार लगातार तीन वनडे पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।
ऋषभ पंत का खेलना लगभग तय है। धोनी की गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत वर्ल्ड कप के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। ऐसे में उनकी बल्लेबाजी पर फैंस की निगाहें होंगी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के तीसरे मैच में कोहली ने 41वां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया। मोहाली में अगर कोहली के बल्ले से अर्धशतक निकलता है तो वह वनडे करियर में अपना 50वां अर्धशतक पूरा कर लेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर एडम जम्पा भारत के लिए चिंता का सबब हो सकते हैं जिन्होंने कई बार धोनी और कोहली के विकेट लिए हैं ।
कोहली आमूलचूल बदलाव के पक्षधर नहीं हैं लेकिन केएल राहुल को मौका दिया जा सकता है। देखना यह है कि वह धवन की जगह लेते हैं या रायुडू की।
रांची के मुकाबले के बाद बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने धवन को सपॉर्ट किया। उन्होंने कहा, 'धवन हमारी टीम के लिए अहम खिलाड़ी हैं। वह आपको मजबूती देते हैं।
शिखर धवन ने तीन मैचों में 22 रन ही जोड़े हैं। धवन और रायुडू की फॉर्म चिंता का सबब है हालांकि दोनों का विश्व कप खेलना लगभग तय है। बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने कहा कि दो मैचों के बीच कम अंतर होना अच्छा ही रहा।
कोहली ने तीन मैचों में दो शतक समेत 283 रन बनाए हैं। दूसरे नंबर पर केदार जाधव है जिनके खाते में 118 रन हैं। रोहित शर्मा तीन पारियों में 51 रन ही बना सके जबकि चौथे नंबर पर अंबाती रायुडू ने 33 रन बनाए।
भारतीय खेमे की चिंता शीर्षक्रम का प्रदर्शन है क्योंकि कोहली को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज नहीं चल पा रहा है।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाकी बचे दो वनडे मैचों के लिए आराम दिया गया है। भारत के सहायक कोच संजय बांगड़ ने तीसरे वनडे में भारत की 32 रन से हार के बाद पत्रकारों से कहा कि टीम में अंतिम दो मैचों के लिए कुछ बदलाव किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया ने 2017 के बाद पहली बार विदेशी सरजमीं पर वनडे जीता है और ख्वाजा इससे काफी उत्साहित है। कुलदीप यादव के खिलाफ रणनीति के बारे में ख्वाजा ने कहा, ‘कोई तय रणनीति नहीं थी। हमने मौके के अनुरूप खेला। कुलदीप के बारे में आरोन को पता था कि वह शॉर्ट गेंद डालेंगे। पहले ही ओवर में उन्होंने कुलदीप पर दबाव बना दिया। जब भी मुझे स्ट्राइक मिलती तो मैं एक रन लेकर उन्हें स्ट्राइक देने की कोशिश करता था। साझेदारी ऐसे ही होती है और ऐसे ही आप यह समझते हैं कि दूसरा बल्लेबाज क्या करना चाह रहा है।’
ख्वाजा ने कहा, ‘यह बड़ी पारी है। पहला शतक हमेशा कठिन होता है भले ही आप किसी भी प्रारूप में खेल रहे हों। यह भी खास है। टेस्ट क्रिकेट में भी मैंने ऐसा ही पाया है और वनडे में भी। कुछ साल पहले मैं 98 रन पर आउट हो गया था जो काफी निराशाजनक था।’
उस्मान ख्वाजा ने वनडे क्रिकेट में अपने पहले शतक को ‘खास’ बताते हुए कहा कि पहला शतक हमेशा कठिन होता है। ख्वाजा ने 104 रन की पारी खेली और कप्तान आरोन फिंच के साथ 193 रन जोड़े। दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया को तीसरे वनडे में भारत पर 32 रन से जीत दिलाई।