Murli Vijay Performance Against England Test Series in 2014: भारत (India) के सलामी बल्लेबाज (Opener) मुरली विजय (Murli Vijay) ने खुलासा किया है कि वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehawag) के साथ खेलना कैसा था और इसने उनके करियर को कैसे प्रभावित किया। मुरली विजय (Murli Vijay) ने इंग्लैंड (England) में 2014 में टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज (Indian Batsman) थे। 38 साल के मुरली विजय ने स्पोर्टस्टार को बताया, ईमानदारी से कहूं तो मुझे जानबूझकर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) जैसी आजादी नहीं दी गई। सहवाग को अपनी जिंदगी में जो मिला वह मुझे नहीं। अगर मुझे उस तरह का समर्थन मिलता तो मैं भी कर नया करने की कोशिश कर सकता था।
2014 में मुरली विजय ने इंग्लैंड में ठोके थे 2 शतक और 3 अर्धशतक
साल 2014 भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए काफी कठिन था। भारत ने न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दौरा किया था और सभी में हार झेली थी। हालांकि, मुरली विजय ने इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन किया था। मुरली विजय ने नॉटिंघम (Nottingham) में 146, लॉर्ड्स (Lord’s) में 95, एडिलेड (Adelaide) में 99, मेलबर्न (Melbourne) में 68 और ब्रिस्बेन (Brisbane) में 144 रन की पारी खेली थी।
मुरली विजय ने कहा, ईमानदारी की बात टीम का समर्थन है और आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम में कैसे योगदान दे सकते हैं। यह एक उच्चस्तरीय प्रतियोगिता है और आपके पास अलग-अलग तरीकों से प्रयोग करने के ज्यादा मौके नहीं होते हैं। वीरेंद्र सहवाग के साथ खेलने पर विजय ने कहा, जब सहवाग वहां थे तो मुझे लगा कि अपनी प्रवृत्ति को नियंत्रित करना और खेलना कठिन है, लेकिन उन्हें ऐसी आजादी से गुजरते हुए देखना शानदार था।
वीरेंद्र सहवाग जैसा कोई और नहीं खेल सकता था: मुरली विजय
मुरली विजय ने कहा, केवल वही ऐसा कर सकते थे। मुझे लगता है कि सहवाग जैसा कोई और नहीं खेल सकता था। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया वह अद्भुत था। अलग… वह कुछ और ही हैं, जिन्हें मैंने विजुअली देखा है। मुझे उनके साथ बातचीत करने का सौभाग्य मिला। यह बहुत आसान था। उन्होंने अपना मंत्र इतना सरल रखा- गेंद को देखो और मारो। वह उस मोड में थे। वह 145-150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले गेंदबाजों के सामने गाना गा रहे होते थे, जबकि उस स्थिति में आप कुछ और ही अनुभव कर रहे होते हैं। यह सामान्य नहीं है।
मुरली विजय ने हाल ही में स्पोर्टस्टार के एक शो में ही विदेश में खेलने की इच्छा जताई थी। मुरली विजय ने कहा था कि बीसीसीआई के साथ समय पूरा हो चुका है। भारत में 30 के बाद लोग हमें सड़क पर चल रहे 80 साल के बुजुर्ग जैसा मान लेते हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
मुरली विजय ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच दिसंबर 2018 (ऑस्ट्रेलिया दौरा) में खेला था। मुरली विजय ने अब तक 61 टेस्ट मैच में 38.29 के औसत से 3982 रन बनाए हैं। इसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। मुरली विजय ने भारत की ओर से 17 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेलें। हालांकि, वह वनडे में सफल नहीं रहे और सिर्फ 339 रन ही बना पाए। दाएं हाथ के बल्लेबाज मुरली विजय ने 135 फर्स्ट क्लास मैच में 25 शतक और 38 अर्धशतकों की मदद से 9205 रन बनाए हैं।