‘मैं पूरी तरह से ठीक हूं,’ छठवें दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद बोले सौरव गांगुली
सौरव गांगुली को 6 जनवरी को ही डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन बुधवार को अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया था, ‘सौरव गांगुली एक दिन और अस्पताल में रहना चाहते हैं, इसलिए अब सात जनवरी को घर जाएंगे। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है।’

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को दिल का हल्का दौरा पड़ने के छठवें दिन गुरुवार (7 जनवरी 2021) को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है और वह फिट हैं। 48 साल के पूर्व क्रिकेटर की एंजियोप्लास्टी की गई है। घर लौटने के लिए निजी वाहन में बैठने से पहले गांगुली ने कहा, ‘मैं पूरी तरह से ठीक हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी डॉक्टरों, नर्सों और मेरा उपचार करने वाले अस्पताल के सभी लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं।’ सौरव गांगुली ने शनिवार (2 जनवरी 2021) को कसरत के दौरान सीने में तकलीफ की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। हृदय तक जाने वाली उनकी तीन प्रमुख धमनियों में रुकावट पाई गई थी। उन्हें एक स्टेंट डाला गया है। एक से दो हफ्ते के बीच में सौरव गांगुली की एक और एंजियोप्लास्टी होनी है।
उधर अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘वह ठीक हैं। उनके सीने में दर्द या कोई अन्य जटिलता नहीं है। डॉक्टरों की हमारी टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए है, घर जाने के बाद भी वह मेडिकल टीम के संपर्क में रहेंगे।’



उनको 6 जनवरी को ही डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन बुधवार को अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया था, ‘सौरव गांगुली एक दिन और अस्पताल में रहना चाहते हैं, इसलिए अब सात जनवरी को घर जाएंगे। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है।’
सौरव गांगुली ऐसे समय बीमार पड़े, जब उनके राजनीति में उतरने को लेकर चर्चाएं हैं। पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। सूबे के राजनीतिक जगत से जुड़े लोगों की मानें तो गांगुली भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि, बीसीसीआई ने इस संबंध में अब तक अपने इरादे जाहिर नहीं किए हैं।