India Knocked out of Hockey World Cup 2022: ओडिशा के भुवनेश्वर के कालिंगा स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच हॉकी विश्व कप 2023 (Hockey World Cup 2023) के क्रॉसओवर मुकाबले में हारकर बाहर हो गया। मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में सडेन डेथ के दौरान शमशेर सिंह गोल से चूके और भारतीय खेल प्रशंसकों को 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप (2019 Cricket World Cup) की याद आ गई। तब विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गई। यही नहीं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भी यही हुआ था।
कीवियों ने एक बार फिर नॉकआउट मुकाबले में भारत को हराया
इस बार खेल अलग था टीमें अलग थीं, लेकिन परिणाम वही रहा। कीवियों ने एक बार फिर नॉकआउट मुकाबले में भारत को हराकर 47 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनने के सपने तोड़ दिया। भारत अभी तक सिर्फ एक बार 1975 में हॉकी वर्ल्ड कप (Hockey World Cup) जीता है। साल 2021 में टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था और ब्रॉन्ज मेडल जीती थी। ऐसे में माना जा रहा था कि टीम इस बार सूखे को खत्म कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
शमशेर सिंह गोल से चूके
ओड़िशा में टीम इस प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही और हॉकी में विश्व की नंबर-5 टीम नंबर-12 की टीम से हारकर क्वार्टर फाइनल से पहले ही बाहर हो गई। फुल टाइम तक मुकाबला 3-3 से बराबरी पर रहा। भारतीय टीम ने अंत में बढ़त को गंवा दिया। पेनल्टी शूटआउट में पीआर श्रीजेश (PR Srijesh) के बेहतरीन गोलकीपिंग से स्कोर 3-3 से बराबरी रहा, लेकिन सडेन डेथ में शमशेर सिंह गोल नहीं कर पाए और भारत को मायूसी हाथ लगी।
याद आया महेंद्र सिंह धोनी का आखिरी इंटरनेशनल मैच
न्यूजीलैंड ने भारतीय खेल प्रशंसकों का जख्म हरा कर दिया। सभी को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का आखिरी इंटरनेशनल मैच याद आ गया। 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप (2019 Cricket World Cup) का वह मैच था। मार्टिन गप्टिल ने धोनी को रन आउट किया था और भारत वर्ल्ड कप से बाहर हो गया था।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में दिया जख्म
न्यूजीलैंड की टीम ने इसके बाद साल 2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भारत को हराकर खिताब से वंचित कर दिया था। इसके बाद 2021 टी20 वर्ल्ड कप (2021 T20 World Cup) में भी भारत को उसने हराया था। यह मैच भी भारत के लिए करो या मरो की स्थिति वाला था। तीनों ही मैचों में विराट कोहली (Virat Kohli) टीम इंडिया के कप्तान थे।