ये आंकड़े बताते हैं कि टीम इंडिया के अगले फिनिशर बन सकते हैं हार्दिक पांड्या
कई मौकों पर कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे हैं हार्दिक पांड्या।

पुणे वनडे में भारत की इंग्लैंड पर जीत का जश्न पूरा देश मना रहा था। सभी फैन्स विराट कोहली और केदार जाधव की तारीफ में लगे थे। दोनों ने 122 रन और 120 रनों की शानदार पारियां जो खेली थीं। एक समय तो एेसा लग रहा था कि भारत यह मैच हार जाएगा, क्योंकि 63 रनों पर उसके 4 स्टार खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद जाधव और कोहली ने संभलकर खेलते हुए टीम को जीत के काफी करीब पहुंचा दिया था। मगर जब 263 रन पर कोहली, 291 पर जाधव और 318 रन पर रविंद्र जाडेजा आउट हुए तो टीम इंडिया की जीत में फिर रोड़ा अटक गया। फिर लगने लगा कि भारतीय टीम इंग्लैंड के विशाल स्कोर के आगे घुटने टेक देगी।
लेकिन क्रीज के दूसरे छोर पर वो खिलाड़ी भी था, जिसे महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। वह खिलाड़ी है हार्दिक पांड्या जो एेसे समय पर मैदान में उतरा जब कोई भी खिलाड़ी प्रेशर में आ जाए। लेकिन पांड्या को पता था कि एेसे वक्त में उन्हें करना क्या है।
सूझबूझ भरी बैटिंग : पांड्या जानते थे कि अगर टीम ने एक और विकेट खोया तो टीम इंडिया हाथ में आई जीत गंवा सकती है। एेसे में उन्होंने संभलकर बैटिंग की और दूसरे छोर पर विकेट गिरने के बावजूद टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटे। पांड्या ने इस मैच में 37 गेंदों पर 40 रन बनाए थे।
मैच में शानदार गेंदबाजी : अगर पुणे मैच की बात करें तो सभी गेंदबाजों की बहुत पिटाई हुई। उमेश यादव ने 10 ओवरों में 63, बुमराह ने 79, जाडेजा ने 50 रन लुटाए। लेकिन जो खिलाड़ी सबसे किफायती रहा वह भी हार्दिक पांड्या ही थे। उन्होंने 9 ओवरों में 46 रन देकर बटलर और मार्गन का विकेट लिया जो खतरनाक लग रहे थे।
पहले भी साबित किया खुद को : टी20 विश्व कप में भारत बांग्लादेश के साथ मैच में हार के कगार पर था। बांग्लादेश को जीत के लिए 3 गेंदों पर 2 रन चाहिए थे। इसके बाद पांड्या ने अगली 2 गेंदों पर दो विकेट चटकाकर मैच का रुख भारत की तरफ मोड़ दिया।
अॉलराउंडर की भूमिका में परफेक्ट : विदेशी धरती पर भारत को एक अॉलराउंडर की कमी हमेशा खली है। कपिल देव के रिटायर होने के बाद शायद ही यह जगह भर पाई हो। टीम में भले ही कई स्टार स्पिन अॉलराउंडर आए हों, लेकिन विदेशी जमीन पर उनका कुछ खास कमाल नहीं दिखा। लेकिन पांड्या में 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालने की क्षमता है। इसके अलावा अपने बल्ले से वह बॉल को मैदान के किसी भी कोने में भेजने की ताकत रखते हैं। प्रेशर में भी उनका प्रदर्शन काफी उम्दा रहता है।
जानिए पुणे वनडे के बाद पांड्या ने क्या कहा :
पांड्या कितने कमाल के फील्डर हैं, वह इस वीडियो में देखा जा सकता है :
https://www.youtube.com/watch?v=h_f5bDyU7M4
रणजी मैच में उनके द्वारा लिया गया एक शानदार कैच :