फ्रांस ने रविवार (15 जुलाई) को यहां के लुज्निकी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में क्रोएशिया को 4-2 से मात देकर फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण का खिताब अपने नाम कर लिया। फ्रांस दूसरी बार विश्व कप जीतने में सफल रहा है। इससे पहले उसने 1998 में अपने घर में पहला विश्व कप जीता था। वहीं अपने पहले विश्व कप के फाइनल में क्रोएशिया को हार मिली।
मैच का पहला गोल आत्मघाती गोल रहा। क्रोएशिया के मारियो मांजुकिक अपने ही गोलपोस्ट में गेंद मार बैठे। इस गोल से फ्रांस ने 1-0 की बढ़त ले ली। यह गोल 18वें मिनट में हुआ। इवान पेरीसिच ने 28वें मिनट में गोल कर क्रोएशिया को 1-1 की बराबरी पर ला दिया था। हालांकि 38वें मिनट में फ्रांस को पेनाल्टी मिली जिसे उसके स्टार खिलाड़ी एंटोनी ग्रीजमैन ने गोल में तब्दील कर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। पहला हाफ फ्रांस के पक्ष में 2-1 से समाप्त हुआ।
दूसरे हाफ में पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में बॉक्स के बाहर से गेंद को नेट में डाल फ्रांस को 3-1 की बढ़त दिला दी। छह मिनट बाद कीलियन एमबाप्पे ने फ्रांस को 4-1 से आगे कर दिया। क्रोएशिया के मांजुकिक ने फ्रांस के गोलकीपर ह्यूगो लोरिस की गलती का फायदा उठाकर अपनी टीम के लिए दूसरा गोल किया। इसके बाद गोल नहीं हो सका और फ्रांस की टीम दूसरी बार विश्व विजेता बनने में सफल रही।
फ्रांस का यह दूसरा विश्व कप खिताब है, इससे पहले फ्रांस ने साल 1998 में यह खिताब अपने नाम किया था। हालांकि साल 2006 में फ्रांस ने फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन इटली से हार गई थी। पिछली बार जब फ्रांस ने खिताब जीता था, तब डिडिएर डेस्चैम्प्स टीम के कप्तान थे और अब वह कोच हैं।
मुकाबले में 5 मिनट और अतिरिक्त समय दिया गया लेकिन कोई गोल नहीं। फ्रांस ने 4-2 से मैच जीत विश्व कप खिताब पर अपना कब्जा कर लिया है। ये उनका दूसरा विश्व कप खिताब है।
फ्रांस जीत की दहलीज पर। ये उनका दूसरा विश्व कप खिताब होने जा रहा है। क्रोएशिया यहां से आखिरी कोशिशें करता हुआ। मैच के 86वें मिनट तक फ्रांस ने 4-2 से लीड बना रखी है।
मुकाबले के 69वें मिनट मारियो मांडुजिक ने गोल कर क्रोएशिया को कुछ हद तक उबारा। हालांकि इसमें विपक्षी टीम के गोलकीपर की खासी चूक रही। क्रोएशिया- 2, फ्रांस 4
क्रोएशिया वापसी की लगातार कोशिश कर रहा है। इसी बीच कीलियन एम्बाप्पे ने गोल दागा। 19 साल के कीलियन एम्बाप्पे का ये चौथा गोल रहा। क्रोएशिया- 1, फ्रांस 4
पॉल पोग्बा ने मैच के मिनट गोल दागकर फ्रांस को 3-1 से लीड दिला दी है। क्रोएशिया पर जबरदस्त दबाव बन चुका है।
मैच के 54वें मिनट फ्रांस ने कांट के स्थान पर स्टीवन एंजोंजी को भेजा गया है। फ्रांस के पास फिलहाल 1-0 की लीड है। ग्रीजमैन गेंद के लिए लगातार जूझ रहे हैं।
मैच के 52वें मिनट में मैदान पर 3 समर्थक घुस आए लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला। मैच के 53वें मिनट तक फ्रांस के पास लीड कायम है। क्रोएशिया- 1, फ्रांस 2
पिछले 5 मैचों में क्रोएशिया कभी भी फ्रांस को हरा नहीं सका है। क्रोएशिया के पास दूसरे हाफ के 5वें मिनट तक 3 चांस लेकिन उसे गोल में तब्दील करने में नाकाम। 50वें मिनट तक फ्रांस ने 2-1 से लीड बना रखी है।
दूसरे हाफ का खेल शुरू हो चुका है। फ्रांस के पास 2-1 की लीड है, जिसके चलते क्रोएशिया पर कुछ हद तक प्रेशर जरूर होगा। क्रोएशिया काउंटर अटैक करते हुए।
पहले हाफ में 3 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम जोड़ा गया, जिसमें कोई गोल नहीं। पहला हाफ बेहद शानदार रहा, जिसमें कुल 3 गोल देखने को मिले। फ्रांस पर साइकॉलोजिकल बढ़त है।
1974 में आखिरी बार ऐसा हुआ था कि पहले हाफ में तीन गोल हुए हों। क्रोएशिया लगातार बराबरी की कोशिश कर रहा है। फ्रांस का खिलाड़ी मैच के 43वें मिनट उनके ही पेनल्टी एरिया में गिरा पड़ा है। मैच में फ्रांस ने 2-1 से लीड बना रखी है।
मैच के 35वें मिनट फ्रांस को इस विश्व कप की 29वीं पेनल्टी मिली। अभी तक 28 में से 21 पेनल्टी गोल में तब्दील हुई है। ग्रीजमैन पेनल्टी लेते हुए और गोल। फ्रांस ने 2-1 से मैच में बढ़त बनाई।
फ्रांस ने अब तक तीन वर्ल्ड कप फाइनल में कुल 5 गोल किए हैं। मैच के 34वें मिनट तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। फ्रांस के पास 1998 के बाद दूसरा खिताब जीतकर अर्जेंटीना और उरूग्वे के साथ शामिल होने का मौका है।
मैच का पहला येलो कार्ड फ्रांस के एंगोलो कांटे को दिया गया है। मैच के 27वें मिनट क्रोएशिया ने गोल दागा। मैच में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर आ चुकी है। इवान पेरेसिक ने क्रोएशिया को वापसी दिला दी है।
क्रोएशिया के काफी खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलते हैं, जिसका उन्हें फायदा मिला है। फ्रांस ने मैच के 26वें मिनट 1-0 से लीड बना रखी है।
मैच का पहला गोल ऑन गोल रहा। क्रोएशिया के 17 नंबर के खिलाड़ी मांडुजिक के सिर को छूती हुई गेंद सीधे गोल में। इस वर्ल्ड कप का ये 12वां आत्मघाती गोल रहा है। फ्रांस ने मैच के 19वें मिनट 1-0 से लीड बना ली है।
लुका मोड्रिक अभी तक विपक्षी हाफ में काफी हद तक दिखाई दे रहे हैं। मैच के 17वें मिनट तक कोई भी टीम गोल नहीं दाग सकी है। फ्रांस कुछ हद तक यहां से खुलकर खेलते दिख रहा है। क्रोएशिया- 0, फ्रांस 0
मैच के 11वें मिनट में क्रोएशिया के पास गोल का मौका लेकिन इसे भुना नहीं सके। स्पेन के 2010 में नीदरलैंड को मात देकर खिताब जीतने के बाद दूसरी बार हो रहा है जब ब्राजील , जर्मनी , इटली या अर्जेंटीना जैसी धुरंधर टीमों ने फाइनल में जगह नहीं बनाई है। क्रोएशिया- 0, फ्रांस 0
1998 में क्रोएशिया तीसरे स्थान पर रहा था। वहीं फ्रांस उसी वक्त फाइनल जीता था। फ्रांस के कोच ने ये स्पष्ट किया है कि वो क्रोएशिया की ताकत को बिल्कुल भी कम नहीं आंक रहे हैं। फिलहाल मैच के 8 मिनट बाद भी कोई गोल नहीं हो सका है।
मैच के 150वें सेकेंड में पहला फाउल। क्रोएशिया के पास गेंद और फ्रांस के पाले में पहुंचे लेकिन कोई गोल नहीं। क्रोएशिया अपने लेफ्ट लाइन से काफी खतरनाक रही है। ऐसे में फ्रांस को इसका ध्यान रखना होगा।
मुकाबला शुरू हो चुका है, जिसके पहले मिनट तक कोई भी टीम गोल नहीं दाग सकी है। फ्रांस पिछले 20 सालों में तीसरी बार फाइनल मैच खेल रहा है। टीम दूसरी बार इस खिताब को अपने नाम करना चाह रहा है।
दोनों टीमें मैदान पर आ चुकी हैं। एक तरफ फ्रांस 1998 का चैंपियन है, तो दूसरी ओर 1991 में आजाद हुआ क्रोएशिया। दोनों देशों में इस खेल का स्ट्रक्चर बेहद भिन्न है लेकिन जुनून और मेहनत के दम ये टीमें फाइनल में आज आमने-सामने हैं।
पिछली बार जब फ्रांस ने खिताब जीता था , तब डिडिएर डेस्चैम्प्स टीम के कप्तान थे और अब वह कोच हैं। इससे वह खिलाड़ी और मैनेजर के तौर पर खिताब हासिल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन सकते हैं तथा मारियो जागालो और फ्रांज बैकेनबॉर की सूची में जुड़ सकते हैं।
मैच से आधा घंटा पहले क्लोजिंग सेरमनी शुरू हो चुकी है। फैंस इसका भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं। रूस फाइनल मैच में नहीं खेल रहा है लेकिन रूसी फैंस यहां भारी तादाद में मौजूद हैं। क्लोजिंग सेरेमनी लगभग 15-20 मिनट तक चलेगी।
क्षेत्रफल की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश जितना बड़ा देश क्रोएशिया जब फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में भाग लेने आई थी तो किसी ने भी उसके ग्रुप चरण से आगे जाने के बारे में नहीं सोचा था। फुटबॉल के जानकार से लेकर सभी उस समय उसे 'साधारण' मान रही थी, लेकिन टीम ने अपने जुझारू प्रदर्शन से इस साधारण को 'असाधारण' में तब्दील कर दिया।
वर्ष 1991 में दुनिया के नक्शे पर कदम रखने वाली क्रोएशिया 1998 में सेमीफाइनल तक पहुंची थी और अब 20 साल बाद एक बार फिर वह अपने सपने को पूरा करने के लिए रविवार को 1998 की विजेता फ्रांस से लोहा लेने के लिए तैयार है।
फीफा विश्व कप के फाइनल में प्रवेश करने वाली क्रोएशिया पिछले लगातार तीन मैच अतिरिक्त समय में खेल कर फ्रांस के साथ खिताबी भिडंत के लिए तैयार है। क्रोएशिया के आखिरी के तीन मैच तय समय में बराबरी पर छूटने के बाद अतिरिक्त समय में गए थे, जिनमें से दो में क्रोएशिया ने पेनाल्टी शूटआउट में जीत हासिल की वहीं एक मैच में अतिरिक्त समय में विजयी गोल दागा।
गोलकीपर: डेनिजेल सुबासिक, लोवरो कालिनीक और डोमिनीक लिवाकोविक।
डिफेंडर: वेद्रन कोलुर्का, डोमागोज विदा, इवान स्ट्रिनीक, डेजान लोवरेन, सिमे वसाल्जको, जोसिप पीवारिक, टिन जेडवेज, माटेज म्रिटोव्रिक, डुजे सालेटा कार।
मिडफील्डर: लुका मोड्रिक, मटिओ कोवाचिक, इवान रेकिटिक, मिलान बाडेल्ज, मासेर्लो ब्राजोविक और फिलिप ब्राडेरिक।
फॉरवर्ड: मारियो मांजुकिक, इवान पेरीसिक, निकोला कालिनीक, एंद्रेज करामारिक, मार्को पीजासा और एंटे रेबिक।
गोलकीपर: ह्यूगो लोरिस, स्टीव मन्दंदा, अल्फोन्स एरोओला।
डिफेंडर: लुकास हर्नान्डेज, प्रेसनेल किम्पेम्बे, बेंजामिन मेन्डी, बेंजामिन पावर्ड, आदिल रामी, जिब्रिल सिदीबे, सैमुअल उम्तीती, राफेल वरान।
मिडफील्डर: एनगोलो कान्ते, ब्लेस मातुइदी, स्टीवन एंजोंजी, पॉल पोग्बा, कोरेंटिन टोलिसो।
फॉरवर्ड: ओउस्मान डेम्बेले, नाबिल फकीर, ओलिवियर जीरू, एंटोनी ग्रीजमैन, थॉमस लेमार, कीलियन एम्बाप्पे, फ्लोरियन थौविन।